Encounter In Sukma, (आज समाज), रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ आज सुबह उस समय शुरू हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर एक जंगल में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। अब भी गोलीबारी जारी है।
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रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी
अधिकारी ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स और कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई- कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) के जवान नक्सल विरोधी अभियान में शामिल थे। उन्होंने बताया कि अब भी रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है और विस्तृत विवरण का इंतजार है।
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दो सालों में सुरक्षा बलों पर सबसे घातक हमला
नक्सलियों ने इसी सप्ताह 6 जनवरी को कुटरू थानांतर्गत अंबेली गांव के पास 60-70 किलोग्राम के शक्तिशाली आईईडी का इस्तेमाल कर एक वाहन को उड़ा दिया था। इसमें चालक सहित 9 जवान शहीद हो गए थे। पिछले दो साल में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर यह सबसे घातक नक्सली हमला था। अधिकारी ने बताया कि आठ सुरक्षाकर्मी एसयूवी में सवार थे। इनमें डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के चार-चार जवान शामिल थे। चालक की मौके पर ही मौत हो गई।
स्कॉर्पियो वाहन में लौट रहे थे जवान
बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर यह वारदात हुई थी। पुलिस को संदेह है कि शक्तिशाली आईईडी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर काफी समय पहले लगाया गया था। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि विस्फोटक उपकरण तब फटा जब दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी जवान नक्सल विरोधी अभियान चलाने के बाद अपने स्कॉर्पियो वाहन में लौट रहे थे।
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