नगर परिषद कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर कर्मचारियों ने शुरू की भूख हड़ताल

0
263
employees started hunger strike

पहले दिन नगर पालिका कर्मचारी संघ के 11 सदस्य भूख हड़ताल पर बैठे

आज समाज डिजिटल,कैथल:
नगरपालिका कर्मचारी संघ संबधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कमेटी के आह्वानपर पालिका कर्मचारियों की लम्बित मांगो को लेकर दो दिवसीय कार्मिक भूख हड़ताल के पहले दिन सुमेश राणा, लछमन, सतीश, राकेश, विक्की टांक, सुभाष, इशाम, गौरव,फायर शमशेर,सतबीर, सुल्तान व सतपाल समेत 11 साथी भूख हड़ताल पर रहे। इनके अलावा सैंकड़ों कर्मचारियों ने नगरपरिषद कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता ब्लॉक प्रधान बिट्टू बहोत ने व संचालन ब्लॉक सचिव विक्की टांक ने किया। नगरपालिका कर्मचारी संघ के राज्य उपमहासचिव शिवचरण,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव रामपाल शर्मा ने कहा कि 10 मई को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री ने बातचीत पालिका कर्मचारियों की लंबित मांगोंयू का समाधान करने की बजाय केवल बातचीत करने के लिए की।

बैठक में  केवल 8 मांगों पर हुई बातचीत 

उन्होंने बताया कि नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा 19 सूत्रीय मांग पत्र सरकार को दिया गया था। लेकिन बैठक में  केवल 8 मांगों पर बातचीत हुई और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री द्वारा मांगों का समाधान करने की बजाय केवल आश्वासन दिया और वह भी ठोस रूप में नहीं था। उन्होंने बताया कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री समय का अभाव बताते हुए मीटिंग की एकतरफा समाप्ति की घोषणा कर मीटिंग से चले गए। सरकार के इस रवैया से नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा संतुष्ट नहीं है।

23-24 मई को 2 दिवसीय टूल डाउन,पेन डाउन हड़ताल

इसलिए नगरपालिका कर्मचारी संघ ने घोषित आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है और इसी कड़ी में  प्रदेश के सभी मंत्रियों के आवासों पर आक्रोश प्रदर्शन किए गए। उन्होंने बताया कि 17-18 मई को सभी पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों में क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी। उन्होंने 2 टूक शब्दों में कहा कि इसके बावजूद भी सरकार ने कर्मचारियों की लंबित मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो  23-24 मई को दो दिवसीय टूल डाउन,पेन डाउन हड़ताल की जाएगी और उसी दिन आगामी आंदोलन की धोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने सभी परिषदों, पालिकाओं, नगर निगमों व अग्निशमन के कर्मचारियों से सरकार को माकूल जवाब देने के लिए घोषित आंदोलन में बढ चढकर शामिल होने सफल बनाने का आह्वान किया है।
मांगों पर बनी सहमति नहीं हुई लागू
रामपाल शर्मा ने बताया कि बैठक में 25 अप्रैल व 17 अगस्त को हुए समझौते के अनुसार कोविड-19 से मृत्यु होने के बाद कर्मचारियों को 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने, परिवार के सदस्य को नौकरी एवं सफाई कर्मचारियों सहित जोखिम पूर्ण कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रतिमाह 4 हजार जोखिम भत्ता देने, तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों एवं फायर के कर्मचारियों को वर्दी एवं धुलाई भत्ता देने व अग्निशमन विभाग को फिर से शहरी स्थानीय निकाय विभाग में समायोजित करने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग करने, 311 एप को बंद करने, वर्क आउटसोर्स ओ एंड एम एवं अन्य ठेकों को समाप्त करने, अनुबंधित एवं अन्य कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के लिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग केस बनाकर मुख्यमंत्री से मंजूरी के लिए भेजेने को कहा गया है।

छंटनी  किए गए कर्मचारियों को बहाल करे सरकार

छंटनी  किए गए कर्मचारियों को बहाल करने , 10 मेडिकल व 10 कैजुअल लीव, 1000 सफाई भत्ता व 150 झाड़ू भत्ता लागू होने के पश्चात कर्मचारियों को न देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी फाइल प्रस्तुत करने के लिए अधिकारियों को मंत्री द्वारा निर्देश दिए गए और 8 बिंदुओं पर विचार विमर्श करने के बाद बिना ठोस आश्वासन दिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग मंत्री द्वारा  समय का अभाव बताकर बैठक समाप्ति की घोषणा कर दी गई। जिस पर नगर पालिका कर्मचारी संघ ने गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए राज्यव्यापी आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर अध्यापक संघ के ब्लॉक सचिव सतपाल पांचाल, नगरपालिका कर्मचारी संघ के ब्लॉक  कैशियर जगदीश, वरिष्ठ उपप्रधान लक्की पुहाल, उपप्रधान सुशील कुमार चिट्ठा व गौरव टांक, बाबू दरोगा, बृजेश, विकास टांक,कपिल कल्याण, विजय गिल, चाहत, सूरज, रामशरण कल्याण, कृपाल गिल, पंकज कुमार,सुखा नोच, दीपक चनालिया, महेंद्रो, सीमा, वर्षा,फायर से मनोज कुमार, शमशेर, सुलतान, सुरेंद्र व सतबीर समेत सैंकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।