हाइब्रिड मोड में हो रही कार्यशाला में विभिन्न शिक्षण संस्थानों से कई शिक्षाविद् ले रहे भाग
Dharamshala News (आज समाज)धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला का पर्यटन और आतिथ्य पर एक सप्ताह की शोध पद्धति कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। हाइब्रिड मोड में आयोजित यह कार्यशाला, पर्यटन और आतिथ्य प्रबंधन में अनुसंधान और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को लेकर है। उन्होंने @2047 विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए प्रमुख चालकों के रूप में अनुसंधान, सामुदायिक आउटरीच और क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने मजबूत नैतिक मूल्यों को बनाए रखते हुए और चल रहे व्यवधानों के अनुकूल होने के दौरान एआई को शिक्षा में एकीकृत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का समापन 28 जुलाई को होगा। कार्यशाला प्रबंधन में प्रो. सुमन शर्मा, डीन-स्कूल ऑफ टूरिज्म, ट्रैवल एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट और कुलसचिव, प्रो. संदीप कुलश्रेष्ठ, निदेशक, सेंटर फॉर द प्रमोशन ऑफ इकोलॉजिकल, एडवेंचर, हेल्थ एंड कल्चरल टूरिज्म के नेतृत्व और मार्गदर्शन के साथ आयोजित की जा रही है।
वहीं कार्यशाला के संयोजन में प्रो. आशीष नाग, डॉ. अमरीक सिंह ठाकुर सहित शोधार्थियों राजन, अमित, मेघा व अन्य रिसर्च स्कॉलर्स की टीम सुबह और दोपहर के सत्रों का समन्वय कर रही है, जिसमें भारत भर के विभिन्न राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के 229 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल किया है।