आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है,जब जब जरूरत पड़ी है तब देश का भविष्य कहे जाने वाले युवाओं ने अपने आविष्कार के बल पर देश को विपरीत परिस्थितियों में सवारने का काम किया है आज पूरा देश ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहा है लाखों जान ऑक्सीजन की वजह से दुनिया को अलविदा कह गई,ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के 5 इंजीनियरों की टीम ने ऑक्सीजन बनाने का एक अजीब कामयाब ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाया है दरअसल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से इंजीनियर की डिग्री हासिल कर चुके छात्रों के एक पैनल ने देश के लिए राहत भरी खबर पैदा की है छात्रों के द्वारा ऑक्सीजन को लेकर देशभर में बिगड़ते हालातों को देखते हुए एक ऐसा आविष्कार किया है जो
हवा में मौजूद 21 परसेंट ऑक्सीजन को नब्बे परसेंट से ज्यादा तक बढ़ाकर मरीज को डायरेक्ट सप्लाय देता है।
छात्रों के द्वारा दीनदयाल अस्पताल समेत कई मरीजों पर इसका कामयाब इस्तेमाल किया जचुका हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का आविष्कार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद इंजीनियरों के द्वारा किया गया है
छात्रों का दावा है,सिर्फ बिजली की मदद से नब्बे परसेंट से ज्यादा तक हासिल कर सकते हैं इंजीनियरों के मुताबिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में इस्तेमाल होने वाला है। हम कंपोनेंट जिओलाइट की कमी की वजह से नहीं बना पा रहे हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इंजीनियरों ने प्रशासन और सरकार से की अपील की है जल्द से जल्द ज्यादा तादाद मे
उनको कम्प्लोमेन्ट उपलब्ध कराएं ताके बड़ी तादाद में वह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाकर लोगों की जान बचा सकें। आज के समय में देश के लिए ये अविष्कार एक बड़ी उपलब्धी होसकती है