Electricity Department Strike In Chandigarh बिजली वितरण का निजीकरण करने के फैसले से बिजली कर्मचारियों का विरोध जारी
आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़
Electricity Department Strike In Chandigarh : बिजली वितरण का निजीकरण करने के फैसले को लेकर बीते सोमवार देर रात से बिजली कर्मचारियों का विरोध जारी है। बता दें हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में बिजली कर्मचारियों की तीन दिवसीय हड़ताल (मंगलवार, बुधवार और वीरवार) के कारण कई हिस्सों में पिछले 36 घंटे से बिजली नहीं आ रही है।
जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। (Electricity Department Strike In Chandigarh) बिजली नहीं आने की वजह से लोगों को पानी की किल्लत भी झेलनी पड़ रही है। चंडीगढ़ के कई इलाकों पर ट्रैफिक लाइटें भी काम नहीं कर रही हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों में सर्जरियां तक रोक दी गई हैं।
हाईकोर्ट ने समस्या का लिया संज्ञान
- बताया जा रहा है कि हड़ताली बिजली कर्मचारी फाल्ट सुधारने तक को तैयार नहीं हैं। ऐसे में हालात से निपटने के लिए प्रशासन ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस, (Electricity Department Strike In Chandigarh) वेस्टर्न कमांड, चंडी मंदिर से मदद मांगी है।
- पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने समस्या का संज्ञान लिया और आज यानि बुधवार को बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को पेश होने के लिए कहा है। अगर आज भी हड़ताल जारी रही तो कल वीरवार तक शहर में बिजली नहीं आएगी।
- वहीं, आज चंडीगढ़ के प्रशासक गवर्नर बीएल पुरोहित के एडवाइजर ने यूनियन नेताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में कर्मचारियों की मांगों को लेकर चर्चा हो रही है। (Electricity Department Strike In Chandigarh) अगर मांगों पर सहमति बनती है तो हो सकता है बिजली संकट जल्द खत्म जाए।
चंडीगढ़ के हजारों घरों में पानी का संकट भी गहरा गया
बिजली नहीं आने के कारण चंडीगढ़ के हजारों घरों में पानी का संकट भी गहरा गया है। बिजली हड़ताल के चलते बच्चों के लिए शुरू आनलाइन कक्षाएं और कोचिंग संस्थान भी बंद हैं। सड़कों में रात के समय अंधेरा छाया हुआ है। वहीं सरकारी अस्पतालों में सर्जरी टाली जा चुकी हैं। (Electricity Department Strike In Chandigarh) लोगों के मोबाइल, लैपटॉप, फ्रिज, टीवी, इनवर्टर आदि सब बंद पड़े हैं। दुकानों में भी लोगों के काम प्रभावित हो रहे हैं। अगर दो दिन और ऐसे हालात झेलने पड़े तो दिक्कत हो जाएगी।
कर्मचारियों की यूनियन मांगों को लेकर अड़े
कर्मचारियों की यूनियन मांगों को लेकर अड़े हैं। (Electricity Department Strike In Chandigarh) वह विभाग का निजीकरण नहीं चाहते। इससे पहले बीते मंगलवार को परेड ग्रांउड सेक्टर 17 के सामने पॉवरमैन यूनियन के प्रदर्शन में कांग्रेस और आप के नेताओं ने आकर इसे बड़ा रूप दे दिया था। प्रशासन और कर्मचारियों की इस लड़ाई में नियमित रुप से बिजली के बिलों का भुगतान करने वाले शहरवासियों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
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