कहा- कांग्रेस द्वारा गैर-जिम्मेदाराना आरोप लगाने से अशांति और अराजकता हो सकती है पैदा
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनावों में अनियमितताओं के बारे में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। आयोग ने कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों को मतदान और मतगणना के दिनों जैसे संवेदनशील मोड़ पर निराधार और सनसनीखेज शिकायतों के खिलाफ आगाह किया और कहा कि गैर जिम्मेदाराना आरोप सार्वजनिक अशांति, अशांति और अराजकता का कारण बन सकते हैं।
आयोग ने कांग्रेस से चुनाव दर चुनाव निराधार आरोप लगाने से परहेज करने का आह्वान किया करते हुए कहा कि असुविधाजनक चुनावी नतीजों का सामना करने पर सामान्य संदेह का धुंआ उड़ाने के लिए पार्टी को बुलाया। आयोग ने कांग्रेस से दृढ़ और ठोस कदम उठाने और तुच्छ शिकायतों की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने का आग्रह किया। पिछले एक साल में ऐसे 5 विशिष्ट मामलों का हवाला दिया। हरियाणा में चुनावी प्रक्रिया का प्रत्येक चरण दोषरहित था इसके अलावा मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शिकायतों को भी खारिज कर दिया है।
1600 पेज का दिया जवाब
चुनाव आयोग ने 1600 पेज के जवाब में आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताया।आयोग ने पिछले एक साल में 5 मामलों का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी को नसीहत दी और कहा कि आरोप लगाने में सावधानी बरते और बिना किसी सबूत के इलेक्टोरल आॅपरेशन पर आदतन हमला करने से बचे। गौरतलब है कि राज्य में एक फेज यानी 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था और 8 अक्टूबर को रिजल्ट आए थे। मतगणना के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि कुछ एश्ट 99 प्रतिशत बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80 प्रतिशत से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं।
सुप्रीम कोर्ट में भी लगाई थी याचिका
कांग्रेस नेता प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने 16 अक्टूबर को 20 सीटों पर वोटिंग-काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, 17 अक्टूबर को अदालत ने इसे खारिज भी कर दिया था।
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