इशिका ठाकुर,कुरुक्षेत्र:
जिला पुलिस मुख्यालय कुरुक्षेत्र पर सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को याद करते हुए एकता दिवस मनाया गया। देश की एकता और अखंडता की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए कर्मचारियों को स्वयं को समर्पित करने की शपथ दिलाई गई ।
सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने अधिकारियों/कर्मचारियों को दिलाई शपथ
जानकारी देते हुए कर्ण गोयल ने बताया कि 31 अक्टूबर को सम्पूर्ण भारतवर्ष में एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में सोमवार को जिला पुलिस मुख्यालय कुरुक्षेत्र पर सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को याद करते हुए एकता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया सहित जिला के पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों ने समारोह में भाग लिया । इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने अधिकारियों/कर्मचारियों को देश को समर्पित एकता और अखंडता की शपथ दिलाई।
लौह पुरुष के नाम से जानते थे
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31अक्टूबर को हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाती है । उन्हें सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नडियाद गुजरात के एक किसान परिवार में हुआ । आमजन उन्हें सरदार पटेल और राजनीतिक लोग लौह पुरुष के नाम से जानते थे । उन्होंने जीवन में अनेकों सत्याग्रह किए जिसमें खेड़ा सत्याग्रह, झंडा सत्याग्रह व बारदोली सत्याग्रह किए । इसके साथ-साथ उन्होंने 1930 में गांधी जी के साथ नमक सत्याग्रह आन्दोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी | सरदार पटेल कूटनीति क्षमताओं के लिए जाने जाते थे । उन्होंने देश की 562 रियासतों का विलय कर देश की अखंडता को एक नया आयाम दिया । सरदार पटेल भारत के पहले उप प्रधानमंत्री बने । उनको देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था । हर वर्ष 31 अक्टूबर के दिन देश की एकता और अखंडता के लिए शपथ ली जाती है । पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया सहित पुलिस के अधिकारीयों/कर्मचारियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया ।
महापुरुषों की जीवनी से प्रेरणा लेकर जीवन में उनका पालन करना चाहिए
महापुरुष हम सबके लिए आदर्श होतें है उनकी जीवनी से हमें बहुत कुछ सीखने की जरुरत है । सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हमें एकता का सन्देश दिया । देश को एक सूत्र में पिरोने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल कहा करते थे कि शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है। किसी कार्य को करने के लिए विश्वास और शक्ति दोनों जरुरी हैं । उन्होंने कहा था कि जो काम प्रेम और शांति से हो सकता है वह क्रोध व वैर-विरोध से नहीं । महापुरुष हमेशा हमें जीने की राह दिखातें हैं । हमें महापुरुषों की जीवनी से प्रेरणा लेकर जीवन में उनका पालन करना चाहिए । ये शब्द सोमवार को पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने एकता दिवस के मौके पर बोलते हुए कहे । उन्होंने कहा कि महापुरुषों का अनुसरण करने से हमें जीवन में बहुत कुछ सिखने को मिलाता है ।
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