नई दिल्ली। देश में अभी कोरोना महामारी का महा संकट चल ही रहा है कि इस बीच एक और बेहर परेशान करने वाली खबर आई। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में केमिकल प्लांट से जहरीली गैस के लीक होने से खलबली मच गई। लीक होने के कारण इस जहरीली गैस की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई। विशाखापट्टनम के आरएस वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट से केमिकल गैस सुबह तीन बजे लीक हुईजब लोग अपने घरों में सो रहे थे। इस जहरीली गैस के रिसाव के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इसके कारण एक हजार से ज्यादा लोग एकदम से बीमार हो गए। जिन आठ लोगों की मौत हुई है उसमें एक बच्चा भी शामिल है।
इन सभी की मौत दम घुटने की वजह से हुई है। इस भयंकर गैस रिसाव की वजह से हजार से अधिक लोग बीमार पड़ चुके हैं और करीब 200 लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जहरीली गैस रिसाव की सूचना मिलते ही जो लोग मौके पर पहुंचे उन्हेंअचानक ही सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन होने लगी। जिसके बाद कई अन्य समस्याएं होने लगी और वह लोग वहींयकायक बेहोश होकर गिरने लगे। सूत्रों के अनुसार लोगों को कोरोना वायरस की दहशत का अंदेशा हुआ, जिसकी वजह से सभी वारदात स्थल की ओर दौड़ पड़े और फिर बेहोश होकर गिर गए। घटना की सूचना पाकर एंबुलेंस, फायर टेंडर की गाड़ियां और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल राहत बचाव का कार्य चल रहा है, जिसके लिए आपदा प्रबंधन की टीम को भी लगा दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की सहायति राशि देने का ऐलान किया है। गैस कांड के चलते जिन लोगों का वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा है उन सभी लोगों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, अन्य लोगों को जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन वे वेंटिलेटर पर नहीं हैं उन सभी को 1-1 लाख रुपये दिए जाएंगे।