कहा, वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश 21वें स्थान पर
Himachal News (आज समाज), शिमला। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश दिन प्रतिदिन प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में इस समय 131 महाविद्यालय है, वहीं 16 हजार के करीब विद्यालयों की संख्या है, जिनके सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व कांग्रेस सरकार के इन संस्थानों को खोलने के अथक प्रयास रहे हैं, जिसकी बदौलत आज प्रदेश के कोने-कोने में छात्र अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के दौरान शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार ने अहम कदम उठाए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय मूल्यांकन सर्वेक्षण के मुताबिक प्रदेश का 21वां स्थान है, जिसके सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
भरे जा रहे खाली पद
रोहित ठाकुर ने कहा कि महाविद्यालय में प्रधानाचार्यों के लगभग 131 पद खाली थे, जिसको पूरा करने के लिए 80 प्रधानाचार्यों की नियुक्ति पदोन्नति के आधार पर की गई। वहीं, 20 प्रधानाचार्यों की सीधी नियुक्ति की गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 700 पद पीजीटी के भरे जा रहे हैं, जिन्हें जल्द ही नियुक्ति दे कर दूर दराज के क्षेत्रों में तैनाती दी जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 2800 पदों को भरा जायेगा, जिससे अध्यापकों की कमी दूर होगी। वहीं, 6200 एनटीटी की भर्ती भी सुनिश्चित की जाएगी।
छात्रों की करवाई जाएगी एक्सपोजर विजिट
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत शिक्षा विभाग से पहले अध्यापकों को विदेशों में एक्सपोजर विजिट में भेजा गया था। इसके पश्चात अब छात्रों को भी विदेशों में एक्सपोजर विजिट करवाई जाएगी।
रोहित ठाकुर ने कहा कि इसके साथ-साथ प्रदेश सरकार ने क्लस्टर स्कूल प्रणाली को आरंभ किया, जिसके तहत भौगोलिक रूप से एक-दूसरे के पास स्थित स्कूलों को एक समूह में बांटा गया है। इसका मकसद, शैक्षिक मानकों में सुधार लाना और स्कूलों के बीच सामाजिक सामंजस्य को बढ़ाना है।
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