Himachal News (आज समाज)शिमला। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चरमरा चुकी थी, जिसको बेहतर बनाने के लिए वर्तमान सरकार प्रयासरत है। इसी दिशा में कार्य करते हुए वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने पहले वर्ष में लगभग 5800 रिक्त पदों को भरने की स्वीकृति दी और इसमें से अभी तक लगभग 2800 पद पर नियुक्ति बैचवाइज के माध्यम से की जा चुकी है और इतने ही पद सीधी भर्ती से कमीशन के माध्यम से भरे जाने हैं। उन्होंने कहा कि नये शिक्षकों को प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में नियुक्ति दी जाएगी ताकि सभी को बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो सके।
कॉलेज प्रिंसिपल के 100 पद भरे
रोहित ठाकुर ने कहा कि शिक्षा विभाग गुणवत्ता की ओर चले इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 105 कॉलेज के प्रिंसिपल के पद रिक्त थे और इसी दिशा में कार्य करते हुए 100 पद पिछले वर्ष भरे गये। इसके अतिरिक्त, 483 के क़रीब प्रोफेसर के पद भी भरे गये हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के गैप को कम करने के लिए पहली कक्षा से अंग्रेजी में पढ़ाई शुरू की गई है। इसके अतिरिक्त, एसएमसी अपने स्तर पर स्कूल की वर्दी तय कर सकती है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार शिक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने अकेले शिक्षा विभाग को 9507 करोड़ रुपए का बजट उपलब्ध करवाया है। क्लस्टर स्कूल योजना के तहत स्कूल अपने संसाधनों का उपयोग मिलजुलकर कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में लगभग 850 स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस हैं और राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल भी स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के बेहतर भविष्य के शिल्पकार हमारे शिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में शिक्षा के स्तर में कुछ कमी आई है जिसे हम सब को मिलकर पूरा करना होगा।