Education Of 1300 Children Disrupted,गुरुग्राम: एक ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा 1300 विद्यार्थी और उनके अभिभावक भुगत रहे हैं। स्कूल का भवन जर्जर है और ठेकेदार निर्धारित समय के बाद भी काम पूरा नहीं कर पाया।
नोटिस की भी परवाह नहीं
उपरोक्त स्कूल सोहना में 1300 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इसकी जर्जर इमारत को कई साल पहले तोड़ दिया था और नई इमारत बनाने का ठेका दे दिया था। इस इमारत का निर्माण कार्य 30 जून को पूरा होना था और उम्मीद यह जताई जा रही थी कि कई सालों से बरसाती सीजन के दौरान बाधित होने वाली स्कूली बच्चों की पढ़ाई अबकी बार बाधित नहीं होगी, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से ऐसा नहीं हो पाया। विभाग की ओर नोटिस देने के बाबजूद इसे एक महीने के लिए और बढ़ा दिया है।
जनता दरबार में भी हो चुकी शिकायत
ठेकेदार के कार्य करने की गति को देखते हुए ऐसा नहीं लग रहा कि एक माह के अंदर स्कूल भवन के निर्माण का कार्य पूरा हो पाएगा। स्कूल की इस दुर्दशा के लिए कस्बा के मौजिज लोगों में सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ भारी रोष व्यापत है, जिंन्होने मंत्री के जनता दरबार में भी इसकी लिखित शिकायत दी है। स्कूल प्रिंसिपल द्वारा स्कूली बच्चों को दो शिफ्ट में बुलाया जाता है, जिससे कि बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो सके, लेकिन स्कूल के अंदर पानी भरने से बच्चों के लिए बाहर बैठने के लिए भी कोई स्थान नहीं बचा है, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।
लोग चाहते हैं कार्रवाई
ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जरूरत है कि स्कूल भवन के निर्माण का कार्य करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करें, जिससे कि समय रहते स्कूल की इमारत बन सकें। बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो सके। देखने वाली बात यह होगी कि शिक्षा विभाग द्वारा ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्यवाही अमल में लाई जाती है और स्कूल की इमारत का निर्माण कार्य कब तक पूरा किया जाता है।