कहा- चौकी इंचार्ज नौकरी के लायक नहीं है, इसका पक्का इंतजाम करूंगा
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने जींद पहुंचे थे शिक्षा मंत्री
Jind News (आज समाज) जींद: हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा गत दिवस जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने जींद पहुंचे। बैठक के दौरान शिकायत पर उचित कार्रवाई न करने पर शिक्षा मंत्री ने एक चौकी इंचार्ज को कड़ी फटकार लगाई। शिकायतकर्ता के साथ दुर्व्यवहार करने और मामले में कार्रवाई न करने पर मंत्री ने कहा कि वह नौकरी के लायक नहीं है। इसका पक्का इंतजाम करूंगा।
शिक्षा मंत्री ने एसपी राजेश कुमार को चौकी इंचार्ज की फाइल बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ उन्होंने पशुपालक का लोन अटकाने के मामले में आईडीबीआई बैंक के मैनेजर को खूब खरी-खोटी सुनाई और स्पष्टीकरण मांगा। बैठक में कुल 21 शिकायतें रखी गई। जिनमें से मंत्री ने 12 का मौके पर ही निपटारा किया और लंबित शिकायतों का जल्द निपटान करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
शिकायतकर्ता बोले- चौकी इंचार्ज दुर्व्यवहार करता है और गालियां देता
बैठक के दौरान महिपाल ढांडा को नरवाना रोड के लोगों ने बताया कि यहां होटल में दिन में भी अनैतिक कार्य होते हैं। शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राएं यहां आते हैं और अनैतिक काम करते हैं। इससे आसपास की कॉलोनी के लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इस होटल को बंद करवाने को लेकर पटियाला चौक पुलिस चौकी से लेकर एसपी तक शिकायत दी, लेकिन मामले में लीपापोती की जा रही है।
इस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब मांगा तो डीएसपी जितेंद्र ने बताया कि यहां कोई ऐसा काम नहीं हो रहा। इस पर महिपाल ढांडा ने कहा कि कॉलोनी के लोग पानीपत में आकर भी मिल चुके हैं, उन्हें वास्तव में काफी परेशानी आ रही है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पटियाला चौक पुलिस चौकी इंचार्ज उनके साथ दुर्व्यवहार करता है और गालियां देता है।
चौकी इंचार्ज के टर्मिनेशन की करेंगे सिफारिश
इस पर महिपाल ढांडा भड़क गए और एसपी को निर्देश देते हुए कहा कि यह नौकरी के लायक नहीं है, वह इसके टर्मिनेशन की सिफारिश करेंगे। इसकी फाइल तैयार कर एक सप्ताह में उनके पास भेजी जाए। शिक्षा मंत्री ने चौकी इंचार्ज को ये भी कहा कि अगर आपके मकान के सामने ऐसा होटल खुल जाए तो क्या करोगे।
डीसी को दिए लेबर विभाग पर नजर रखने के निर्देश
बैठक में एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे लेबर कॉपी पर विवाह शगुन योजना के तहत एक लाख एक हजार रुपए मिलने थे, लेकिन लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने गुमराह करके मामले को अटकाए रखा। इसके बाद उन्होंने समाज कल्याण विभाग से 41 हजार रुपए का लाभ दिलवा दिया, लेकिन बाकी के 70 हजार रुपए का लाभ उसे नहीं मिल पाया। उसकी आईडी ब्लॉक करवा दी गई।
इस पर महिपाल ढांडा जिला कल्याण विभाग के असिस्टेंट कर्मचारी पर भड़क गए। उन्होंने डीसी से कहा कि आप इस विभाग पर स्पेशल नजर रखें और जांच करें। क्योंकि सबसे ज्यादा शिकायतें इस विभाग से मिल रही हैं। एक सप्ताह में शिकायत का समाधान होना चाहिए।
ये भी पढ़ें : हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर 4 अधिकारी किए सस्पेंड