संतोष मेमोरियल दिव्यागं एवं पुर्नवास केंद्र में नैतिक मूल्यों की शिक्षा एवं नशा मुक्ति जागरूकता शिविर का आयोजन

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Education and drug addiction awareness camp
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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से संतोष मेमोरियल दिव्यागं एवं पुर्नवास केन्द्र में बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा एवं नशा मुक्ति जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

इस मौके पर नैतिक मूल्यों की शिक्षा के राज्य नोडल अधिकारी एवं पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि संसार में जो अच्छी बातें और कार्य हैं उनको अपने व्यवहार में लाना चाहिए। जो इस समय सुख शान्ति व प्रगति दिखाई पड़ती है वह सब अच्छी भावना का परिणाम है तथा जितनी भी उलझने, पिडाएं और कठिनाईया दिखती है।

शिक्षा एवं नशा मुक्ति जागरूकता शिविर

उन सबके मोल में कुबुद्वि का विष ही फलता फुलता है। जब तक मजदुर ईमानदारी से काम नहीं करेंगे कोई कारखाना पनप नहीं सकेगा। जब तक चीजे अच्छी व मजबुत नहीं बनेगी उनसे किसी खरीदने वाले को लाभ नहीं मिलेगा। जब तक विक्रेता व व्यापारी मिलावट कम नापतोल, मुनाफाखोरी नहीं छोड़ेंगे तब तक व्यापार की स्थिति दयनीय बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी जब तक अहंकार, रिश्वत, कामचोरी एवं घोटाला करने की प्रवृत्ति नहीं छोडेगें तब तक शासन तंत्र का उदेश्य पुरा नही होगा। इन सभी वर्गो में नैतिकता उतनी नहीं दिखाई देती जितनी होनी चाहिए और यही कारण है की हमारी प्रगति अवरूद है। साधनों की कोई कमी नहीं है। आज जितना ज्ञान धन और श्रम साधन अपने पास मौजुद है। अगर उनका सदउपयोग होने लगे तो सुख सुविधाओं कि अनेक गुनाह वृद्वि हो सकती है।

इस मौके पर नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र से परियोजना निदेशक रोहताश रंगा ने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ नशे आदि से दूर रहने तथा अपने परिवार, सगे-सम्बन्धियों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए। नशा मनुष्य को शारीरिक, मानसिक व सामाजिक रूप से कमजोर बनाता है जिससे वह व्यक्ति समाज में भी अपना सम्मान खो देता है तथा उसे सभी हीन भावना से देखते हैं।

इस अवसर पर संस्था के निदेशक डा. आरएन यादव ने बच्चों से अपील की कि वे बताई गई सभी बातों को अपने जीवन में व्यवहारिक रूप से लागू करें तथा अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ अच्छे नागरिक भी बने। उन्होंने सभी से आग्रह किया की समाज को नशा मुक्त बनाने में अपना पुरा सहयोग प्रदान करें। उन्होंने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलवाया कि वे अपनी संस्था के बच्चों को प्रतिदिन नैतिक मूल्यों की शिक्षा से अवगत करके जागरूक करते रहेंगे।

इस अवसर पर अध्यापकगण एवं बच्चे उपस्थित थे

इस अवसर पर बाल भवन नारनौल से तीरन्दाजी कोच सुरेन्द्र शर्मा, प्राचार्य अनीता जाखड़, स्वेता साहू सहित संस्था के सभी अध्यापकगण एवं बच्चे उपस्थित थे।

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