Mahendragarh News : चुनाव के बीच हरियाणा में ईडी की एंट्री

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चुनाव के बीच हरियाणा में ईडी की एंट्री
Mahendragarh News: चुनाव के बीच हरियाणा में ईडी की एंट्री

महेंद्रगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी रावदान सिंह की 44 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त की
Mahendragarh News (आज समाज) महेंद्रगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस नेताओं पर ईडी की कार्रवाई जारी है। ईडी का भूत कांग्रेस नेताओं का पीछा नहीं छोड़ रहा है। अभी हाल ही में जेल में बंद सोनीपत से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र पंवार को ईडी द्वारा दर्ज केस में हाईकोर्ट ने बरी किया है। उनकी गिरफतारी को हाईकोर्ट ने अवैध करार देते हुए उनपर दर्ज केस को खारिज कर दिया है। बरी होने के दो दिन बाद 25 सितंबर को देर शाम सुरेंद्र पंवार जेल से बाहर आए। अब ईडी ने महेंद्रगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी रावदान सिंह पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया है। इडी ने कार्रवाई करते हुए रावदान सिंह से जुड़ी 44 करोड़ की प्रॉपर्टी को जब्त किया है।

यह कार्रवाई मेसर्स सन सिटी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और आईएलडी ग्रुप के खिलाफ की गई है, जो राव दान सिंह से जुड़ी हुई कंपनी बताई जा रही है। ईडी के मुताबिक, कुर्क की गई प्रॉपर्टी राजस्थान के जयपुर, रेवाड़ी और दिल्ली में है। इनमें कई फ्लैट और जमीन शामिल हैं। ईडी की इस कार्रवाई पर कांग्रेस के निवर्तमान विधायक और महेंद्रगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी रावदान सिंह ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा ईडी का इस्तेमाल चुनाव जीतने के लिए कर रही है। उन्होंने हा कि

चुनाव में भाजपा को उठाना पड़ सकता है नुकसान

इस समय प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले है। 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं 8 अक्टूूबर को मतगणना होगी। चुनाव के दौरान की गई ईडी की कार्रवाई से प्रदेश में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि अभी हाल ही में सोनीपत ने निर्वतमान विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र पंवार ईडी द्वारा दर्ज केस में बरी होकर जेल से बाहर आए है। 3 महीने पहले ही सुरेंद्र पंवार के खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया था। जिसे सुरेंद्र पंवार ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने ईडी की कारवाई को अवैध बताते हुई सुरेंद्र पंवार को बरी कर केस ही खारिज कर दिया। चुनाव के समय आए इस फैसले से सुरेंद्र पंवार को मजबूती मिली। अब वे जनता के बीच खुब इसका प्रचार कर रहें है कि भाजपा ईडी का अपने स्वार्थ अनुसार प्रयोग कर रही है।

इससे पहले जुलाई में भी ईडी कर चुकी कार्रवाई

इससे पहले जुलाई में भी ईडी ने कार्रवाई की थी। राव दान सिंह, उनके बेटे अक्षत राव और सहयोगी कंपनयिों के दिल्ली, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़ और जमशेदपुर में 16 जगहों पर छापे मारे थे। ईडी ने दावा किया है कि इन कंपनियों और लोगों ने अपने खातों और बुक में हेराफेरी की है। छापे में 1.42 करोड़ रुपए कैश, कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, अघोषित 32 फ्लैट और जमीनें जांच एजेंसी को मिली थीं। जांच एजेंसी ने तब छानबीन के बाद कहा था कि बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां पाई गई हैं।

करोड़ों की संपत्ति के मालिक राव दान सिंह

राव दान सिंह 7.53 करोड़ के मालिक हैं। उनके पास कैश, बैक, एलआईसी, आभूषण और गाड़ियां शामिल हैं। चुनाव के समय हलफनामे में राव दान सिंह ने अपनी सालाना आय 2, 25,83,147 रुपए और पत्नी की आय 2,51,49,901 रुपए सालाना दिखाई थी। वहीं कृषि, आवासीय और व्यवसायिक भवन की कीमत भूमि की कीमत 5,27,50,000 और पत्नी के नाम 8 करोड़ की जमीन दिखाई थी। राव दान सिंह की गिनती हरियाणा के अमीर नेताओं में होती है।

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