Aaj Samaj (आज समाज), ED In Highcourt, नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि दिल्ली शराब नीति घोटोले में आम आदमी पार्टी (आप) को आरोपी बनाया जाएगा। शराब घोटोले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ईडी ने यह दलील दी।
आरोप तय करने में देरी के लिए पूरा जोर लगा रहा आरोपी पक्ष
जांच एजेंसी के वकील ने जज स्वर्णकांत शर्मा के सामने अपनी दलील में बताया कि उक्त मामले में हम अपनी अगली अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) में ‘आप’ को सह-अभियुक्त बनाने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी पक्ष इस मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया में देरी करने के लिए पूरा जोर लगा रहा है। दूसरी तरफ सिसोदिया के वकील ने उनकी जमानत की मांग करते हुए कहा कि ईडी और सीबीआई अभी भी मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार मामले में लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं और यह मुकदमा जल्द निपटने वाला नहीं है।
सिसोदिया और केजरीवाल ही नहीं, आप’ भी बराबरी की हिस्सेदार
ईडी की ओर से सिसोदिया जमानत याचिका का विरोध करते हुए बताया गया कि इस मामले में केवल सिसोदिया और सीएम अरविंद केजरीवाल ही नहीं बल्कि ‘आप’ भी बराबरी की हिस्सेदार है। मनी ट्रेल की जांच के दौरान उनकी भूमिका भी सामने आई है। लिहाजा अब पार्टी को भी इस मामले में आरोपी बनाया जा रहा है। ईडी ने सबसे पहले पिछले साल फरवरी में सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अक्टूबर में संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई। हालांकि बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। मार्च में तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता को अरेस्ट करने बाद 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया था।
पार्टी को आरोपी बनाने का मकसद
आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाने से ईडी का मकसद ‘आप’ के पदाधिकारियों पर एक्शन लेने से है। मनी ट्रेल की जांच के तहत ईडी गोवा चुनाव-2022 के समय ‘आप’ के तत्कालीन अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष व अन्य सदस्?यों पर शिकंजा कस सकती है। जिन लोगों ने गोवा चुनाव के दौरान अवैध तरीके से प्राप्त हुए पार्टी फंड को खर्च करने का जिम्मा उठाया, ईडी आने वाले दिनों में उन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है।
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