नई दिल्ली। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को द ेश का बजट पेश करेंगी। उससे पहले शुक्रवार को उन्होने संसद में आर्थिक समीक्षा पेश की। बजट से पहले संसद के पटल पर सरकारर के इस कार्यकाल का तीसरा आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया। इस समीक्षा में अर्थव्यवस्था की स्थिति की विस्तार से जानकारी दी गयी है। बतादें कि इस सर्वे रिपोर्ट को सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहाकार के नेतृत्व में टीम तैयार करती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति वेंकट सुब्रमणियम की अगुवाई वाली टीम ने 2020-21 की आर्थिक समीक्षा तैयार की है। आर्थिक समीक्षा में एक साल केआर्थिक हालातों को लेकर विस्तार से समीक्षा की जाती है। साथ ही इसमें आर्थिक सुधारों और आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के उपायों केबारे में सूचना दी जाती है। इसकेअलावा सुधारों के बारे में भी सुझाव दिये गये हैं। कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021-22 में तेजी से पुनरूद्धार की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत जबकि दूसरी तिमाही में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आयी है। पूरे वित्त वर्ष में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है।