विवाह प्रमाण पत्र लेना सरल, बिचौलियों से बचें: निगमायुक्त

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विवाह प्रमाण पत्र लेना सरल, बिचौलियों से बचें: निगमायुक्त
विवाह प्रमाण पत्र लेना सरल, बिचौलियों से बचें: निगमायुक्त

प्रवीण वालिया, करनाल:
नगर निगम से विवाह प्रमाण पत्र लेने की प्रक्रिया आसान है। नगर निगम आयुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि जो व्यक्ति मैरिज सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहता है, उसकी प्रक्रिया बहुत ही आसान है। इसके लिए व्यक्ति सरल केन्द्र, अंत्योदय सरल केंद्र, अपने नजदीकी सीएससी से या स्वयं आॅनलाईन, हरियाणा विवाह पंजीकरण पोर्टल पर या शादी डॉट जीओवी डॉट इन साइट पर आवेदन कर सकता है।

केवल देनी होगी निर्धारित फीस

व्यक्ति को सरकार की ओर से निर्धारित फीस ही देनी होगी। उन्होंने बताया कि निगम कार्यालय में इस काम के लिए मैरिज क्लर्क कार्यरत है। विवाह के 1 से 90 दिन के अंदर निगम अपने स्तर पर उक्त सर्टिफिकेट जारी कर सकता है। इसके लिए मात्र 100 रुपये की फीस मान्य है। आॅनलाइन आवेदन के सभी डॉक्यूमेंट एक फाईल में लगा सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन के बाद निगम की वेरीफिकेशन होगी और वेरीफिकेशन के बाद आवेदक को निजी तौर पर हाजिर होने का संदेश जाएगा।

आधार कार्ड होना भी जरूरी

हाजिर होने में पति-पत्नी, दोनो के परिजनों में से कोई एक-एक और दो गवाहों को आधार कार्ड के साथ पेश होना पड़ता है। डॉक्यूमेंट की फाईल भी दिखानी होगी, जिसमें लडके व लडकी की संयुक्त फोटो, लडके व लडकी दोनो के माता-पिता की भी संयुक्त फोटो (यदि जीवित हों तो) होनी चाहिए। इस प्रक्रिया के बाद निगम की अप्रूवल होकर मैरिज सर्टिफिकेट जारी हो जाता है।  निगमायुक्त ने बताया कि 90 दिन की अवधि बीत जाने के बाद 1 वर्ष तक मैरिज सर्टिफिकेट की फाइल संबंधित एसडीएम के कार्यालय में जाती है।

मुश्किल नहीं है मैरिज सर्टिफिकेट लेना

उप निगमायुक्त अरुण कुमार ने बताया कि मैरिज सर्टिफिकेट प्राप्त करना कोई मुश्किल भरा काम नहीं है और न ही इसमें परेशान होने की जरूरत है। व्यक्ति को मैरिज सर्टिफिकेट के लिए उपरोक्त तरीका अपनाना चाहिए, जो बहुत ही आसान है और जिसमें निर्धारित फीस के अलावा कुछ भी अदा नहीं करना पड़ता। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 2021 में नगर निगम की ओर से करीब 1225 व चालू वित्त वर्ष 2022 में अभी तक 570 विवाह प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। उन्होंने आम जनता से अपील कर कहा है कि जो लोग मैरिज सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वह किसी भी मध्यस्थ के चक्कर में न पड़े और अपनी मेहनत की कमाई को खराब न करें।