Earthquake News: तेलंगाना के मुलुगु क्षेत्र में 5.3 तीव्रता का भूकंप

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Earthquake News: तेलंगाना के मुलुगु क्षेत्र में 5.3 तीव्रता का भूकंप
Earthquake News: तेलंगाना के मुलुगु क्षेत्र में 5.3 तीव्रता का भूकंप

Earthquake In Telangana, (आज समाज), हैदराबाद: तेलंगाना में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह सात बजकर 27 मिनट पर आए भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.3 मापी गई और इसका केंद्र मुलुगु क्षेत्र में 40 किलोमीटर की गहराई पर था। फिलहाल भूकंप के कारण किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान पहुंचने की कोई सूचना नहीं है।

हैदराबाद सहित पूरे तेलंगाना में झटके 

बताया गया है कि पिछले 20 सालों में पहली बार तेलंगाना में सबसे शक्तिशाली भूकंप आया। हैदराबाद सहित पूरे तेलंगाना में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों ने सोशल मीडिया पर भूकंप के झटकों के वीडियो शेयर किए हैं। यूजर ने एक्स पर लिखा, एक बार फिर गोदावरी नदी के तल पर भूकंप आया, लेकिन बहुत शक्तिशाली।

भूकंपीय क्षेत्र-II में आता है तेलंगाना

तेलंगाना भूकंपीय क्षेत्र-II में आता है, जो सबसे कम तीव्रता वाला क्षेत्र है। भारत में चार भूकंपीय क्षेत्र हैं, जो जोन-II से शुरू होते हैं, उसके बाद जोन-III, जोन-IV और जोन V हैं। सबसे अधिक स्तर और सबसे तीव्र भूकंपीय गतिविधि जोन V में होने की संभावना है, जो इसे सभी में सबसे अधिक भूकंप प्रवण क्षेत्र बनाता है।

धरती में मौजूद हैं 7 प्लेटें

धरती के अंदर 7 प्लेटें हैं, जो हमेशा घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेटें अधिक टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं। ऐसी स्थिति में डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

ऐसे की जाती है जांच

भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर इसके केंद्र से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का पता लगता है।

जानें कहां होता है ज्यादा असर

भूकंप का केंद्र यानी एपीसेंटर उस स्थान को कहते हैं जिसके बिलकुल नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। उस स्थान पर भूकंप का कंपन अधिक होता है। कंपन की आवृत्ति जैसे-जैसे दूर होती जाती है, इसका प्रभाव घटता जाता है। फिर भी अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।

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