Earthquake, (आज समाज), नई दिल्ली: चिली-अर्जेंटीना सीमा (Chile–Argentina border) क्षेत्र में आज सुबह रिक्टर पैमाने पर 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी है। म्यांमार में भी 4.2 की तीव्रता का भूकंप आया है।
चिली के सैंटियागो में था केंद्र
एनसीएस के मुताबिक चिली-अर्जेंटीना सीमा क्षेत्र में सुबह 5 बजकर 8 मिनट (IST) पर आए भूकंप का केंद्र चिली के सैंटियागो (Santiago) से 203 किलोमीटर दक्षिण में था और इसकी गहराई 110 किमी थी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Centre for Seismology) के अनुसार, म्यांमार में सुबह 6 बजकर 35 मिनट (आईएसटी) पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया। एनसीएस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, इसकी गहराई 70 किमी थी। इसे अक्षांश 25.47 एन और देशांतर 97.02 ई पर दर्ज किया गया।
जानें क्यों आते हैं भूकंप
धरती के अंदर 7 प्लेटें हैं, जो हमेशा घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेटें अधिक टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं। ऐसी स्थिति में डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
रिक्टर स्केल से ऐसे की जाती है जांच
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर इसके केंद्र से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का पता लगता है।
जानें किस जगह को कहते हैं एपीसेंटर
भूकंप का केंद्र यानी एपीसेंटर उस स्थान को कहते हैं जिसके बिलकुल नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। उस स्थान पर भूकंप का कंपन अधिक होता है। कंपन की आवृत्ति जैसे-जैसे दूर होती जाती है, इसका प्रभाव घटता जाता है। फिर भी अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।
ये भी पढ़ें : Constitution Debate Day 2: प्रधानमंत्री मोदी आज लोकसभा में देंगे बहस का जवाब