Earthquake: म्यांमार में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया 7.2 तीव्रता का भूकंप

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Earthquake: म्यांमार में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया 7.2 तीव्रता का भूकंप

Earthquake In Myanmar ,(आज समाज), नेपीडॉ: म्यांमार में आज सुबह 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक करीब 11.50 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता मापी गई। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था और यह  अक्षांश 21.93 एन और देशांतर 96.07 ई पर दर्ज किया गया।

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भूकंप की वजह से तत्काल किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। बीते कल अफ़गानिस्तान में 180 किमी की गहराई पर  5.2 तीव्रता का भूकंप आया था। NCS के मुताबिक यह भूकंप 27 मार्च को दिन में पहले आए 4.6 तीव्रता वाले एक अन्य भूकंप का आफ्टरशॉक था। अफ़गानिस्तान में   23 मार्च को भी 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। एनसीएस के अनुसार, 21 मार्च को भी अफगानिस्तान में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया था। एनसीएस के आंकड़ों के अनुसार, यह भूकंप 160 किलोमीटर की गहराई पर आया था।

भूकंप आने की  वजह 

भूकंप आने का मुख्य कारण धरती के अंदर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। धरती में 7 प्लेटें हैं, जो हमेशा घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेटें अधिक टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं। ऐसी स्थिति में डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

एपीसेंटर

भूकंप का केंद्र यानी एपीसेंटर उस स्थान को कहते हैं जिसके बिलकुल नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। उस स्थान पर भूकंप का कंपन अधिक होता है। कंपन की आवृत्ति जैसे-जैसे दूर होती जाती है, इसका प्रभाव घटता जाता है। फिर भी अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।

भूंकप की जांच

भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर इसके केंद्र से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का पता लगता है।

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