Earthquake, (आज समाज), नेपीडॉ: दक्षिण अमेरिकी देश चिली में आज अलसुबह जबरदस्त भूकंप आने के बाद म्यांमार में भी जोरदार भूकंप आया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार म्यांमार में सुबह 10 बजकर 2 मिनट (आईएसटी) पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई है।
भूकंप का केंद्र 127 किलोमीटर की गहराई पर
एनसीएस के अधिकारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि भूकंप का केंद्र 127 किलोमीटर की गहराई पर था। एनसीएस के पोस्ट में बताया कि भूकंप अक्षांश 24.92 N और देशांतर 94.97 E पर दर्ज किया गया। इसके कारण किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।
चिली में आया था 6.2 तीव्रता का भूकंप
चिली में आए भूकंप की जानकारी रोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र ( EMSC ) ने एक्सबॉक्स वन पर दी थी। EMSC के एक पोस्ट में बताया गया कि गुरुवार शाम (स्थानीय समय) चिली में कैलामा के पास के पास एंटोफगास्टा क्षेत्र में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र कैलामा से 84 किमी उत्तर पश्चिम में पृथ्वी की सतह से 104 किलोमीटर की गहराई पर था।भूकंप के कारण फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। दक्षिण अमेरिकी देश चिली के उत्तर में पेरु, उत्तर-पूर्व में बोलीविया, पूर्व में अर्जेन्टीना और दक्षिण छोर पर ड्रेक पैसेज स्थित है। यह दक्षिण अमेरिका के उन दो देशों में से है, जिसकी सीमाएं ब्राजील से नहीं मिलती हैं।
जानिए भूकंप आने की वजह
भूकंप आने का मुख्य कारण धरती के अंदर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। धरती में 7 प्लेटें हैं, जो हमेशा घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेटें अधिक टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं। ऐसी स्थिति में डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
रिक्टर स्केल से जांच
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर इसके केंद्र से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का पता लगता है।
किसे कहते हैं भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र यानी एपीसेंटर उस स्थान को कहते हैं जिसके बिलकुल नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। उस स्थान पर भूकंप का कंपन अधिक होता है। कंपन की आवृत्ति जैसे-जैसे दूर होती जाती है, इसका प्रभाव घटता जाता है। फिर भी अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।
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