Aaj Samaj (आज समाज), Earth Science Ministry, नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और राष्टÑीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोगों के लिए वायु प्रदूषण का संकट अभी रहेगा। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने बताया कि अगले पांच से छह दिन तक दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से राहत की कोई संभावना नहीं है और इस अवधि तक एयर क्वालिटी गंभीर रहेगी। गुरुवार को राजधानी में औसत एक्यूआई 440 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली से सटे शहरों की हवा भी जहरीली है। ग्रेटर नोएडा में गुरुवार को एक्यूआई 450, फरीदाबाद में 413, गाजियाबाद में 369, गुरुग्राम में 396 और नोएडा में 394 रहा।
दूसरे राज्यों की ऐप बेस्ड टैक्सियों पर रोक
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण की गंभीर स्थिति के चलते दूसरे राज्यों से राजधानी में आने वाली ऐप बेस्ड टैक्सियों पर रोक लगा दी है। सरकार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड ओला-उबर सहित ऐप बेस्ड दूसरी टैक्सियां की एंट्री पर बैन लगाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि राज्य में केवल दिल्ली रजिस्टर्ड ऐप बेस्ड टैक्सियां ही चलेंगी।
सांस लेना एक दिन में 10 सिगरेट पीने के बराबर
दिल्ली में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉक्टर राजेश चावला ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में खासकर इन दिनों सांस लेना एक दिन में 10 सिगरेट पीने के बराबर है। उन्होंने कहा, खराब एयर क्वालिटी में ज्यादा देर तक रहने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और क्रोनिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी सांस संबंधी बीमारियां हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट की सहमति के बाद कृत्रिम वर्षा
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, दिल्ली की भूवैज्ञानिक स्थिति ऐसी है कि साल के इस समय में दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहर प्रदूषण से ग्रसित रहते हैं। उन्होंने कहा, कृत्रिम बारिश से इस समस्या का इलाज किया जा सकता है। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट्स के साथ हमारी बैठक हुई है और अगर सुप्रीम कोर्ट की सहमति मिल जाए तो सरकार इसे बहुत जल्द ही करवाना चाहती है।
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