S Jai Shankar On India-Russia Relations, (आज समाज), नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-रूस के संबंधों की स्थायी मजबूती की पुष्टि की है। उन्होंने ‘रूस और भारत: एक नए द्विपक्षीय एजेंडे की ओर’ सम्मेलन को एक वीडियो संदेश के जरिये संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारत रूस के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। विदेश मंत्री ने कहा कि ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाना’ दोनों देशों के लिए साझा विदेश नीति प्राथमिकता बनी हुई है।

नए अवसरों को अपनाने की असाधारण क्षमता का प्रदर्शन

जयशंकर ने कहा कि भारत-रूस के बीच मजबूत संबंध गहरी ऐतिहासिक जड़ों, विश्वास और आपसी सम्मान की लंबी परंपरा पर आधारित हैं। दोनों देशों के रिश्ते गतिशील विश्व व्यवस्था की पृष्ठभूमि में विस्तारित और गहरे होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, हर बदलाव और पुनसंर्रेखण के माध्यम से, भारत- रूस ने आपसी लाभ के लिए व क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्थिरता और समृद्धि में योगदान देने के लिए नए अवसरों को अपनाने और खोजने की असाधारण क्षमता का प्रदर्शन किया है।

एक-दूसरे के मूल हितों के प्रति प्रतिबद्धता भी जुड़ाव की पहचान

विदेश मंत्री ने कहा कि लगातार उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान और मजबूत संस्थागत तंत्र भारत-रूस के राजनयिक जुड़ाव की पहचान हैं। इसके अलावा दोनों देशों की एक-दूसरे के मूल हितों के प्रति प्रतिबद्धता भी जुड़ाव की पहचान है। ऊर्जा, रक्षा और नागरिक-परमाणु सहयोग जैसे पारंपरिक स्तंभों को स्वीकार करते हुए, जयशंकर ने व्यापार, प्रौद्योगिकी, कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, कनेक्टिविटी और डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे सहयोग के उभरते क्षेत्रों को सहयोग के नए बिंदु के रूप में उल्लेख किया।

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