- 3 दिन पहले राष्ट्रपति ने ई टिकटिंग का किया था शुभारंभ
इशिका ठाकुर,करनाल:
तीन दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने कुरुक्षेत्र दौरे के दौरान प्रदेश वासियों को हरियाणा रोडवेज में नई टिकटिंग व्यवस्था (ई-टिकटिंग) की सौगात दी थी । ई टिकटिंग शुरू करने पर हरियाणा रोडवेज में ओपन लूप टिकटिंग सिस्टम को लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है । इस नई ई-टिकटिंग व्यवस्था से न केवल यात्रियों को लाभ मिलेगा बल्कि हरियाणा रोडवेज को भी फायदा होगा।
कर्मचारियों को ई टिकटिंग और जीपीएस सिस्टम की दी ट्रेनिंग
करनाल रोडवेज के जीएम कुलदीप सिंह ने बात करते हुए कहा कि हरियाणा के हर डिपो पर ई टिकटिंग शुरू कर दी गई है। आने वाले समय में इसको हरियाणा के प्रत्येक डिपो पर शुरू कर दिया जाएगा। करनाल रोडवेज के डिपो पर दो रूट पर ई टिकटिंग और जीपीएस व्यवस्था शुरू कर दी गई। करनाल से यमुनानगर और करनाल से कैथल दो रूट पर यह शुरू कर दी गई है। कुछ ही दिनों में इसको हर रूट पर शुरू कर दिया जाएगा। इसका फायदा यह होगा जो यात्री सफर करेंगे अब वह ई टिकटिंग मशीन के जरिए अपना टिकट ले पाएंगे। वह अपने डेबिट कार्ड,क्रेडिट कार्ड, स्मार्ट कार्ड हर तरीके से अपनी भुगतान कर सकते हैं। जो मासिक पास बनवा कर बस में सफर करते हैं उनका नया स्मार्ट पास बनाया जाएगा जो स्वाइप मशीन के जरिए स्वाइप करके चलेगा।
उन्होंने कहा कि जो भी परिचालक बस में जिस समय जाएगा उसने उसका जीपीएस सिस्टम शुरू हो जाएगा और उनको मालूम होगा कि यह बस कहां जा रही है और यह कौन से स्थान पर पहुंच गई है । ऐसे मे आने वाले समय ई टिकटिंग और जीपीएस सिस्टम हरियाणा रोडवेज और हरियाणा सरकार के लिए काफी फायदेमंद होने जा रहा है। कर्मचारियों को ई टिकटिंग और जीपीएस सिस्टम की ट्रेनिंग भी दी गई है ताकि वह इस को सुव्यवस्थित ढंग से चला सके।
मैनुअल प्रिंटेड टिकट प्रणाली के स्थान पर ओपन लूप टिकटिंग सिस्टम को राज्य परिवहन में लागू किया गया है । इसके अंतर्गत पेपर पास, प्रिंटेड टिकट प्रणाली के स्थान पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड को लागू किया जाएगा। इसमें मुफ्त या रियायती बस यात्रियों व अन्य यात्रियों को 10 लाख नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड जारी किए जाएंगे। प्रारंभिक चरण में इस टिकटिंग परियोजना को 6 रोडवेज डिपो चंडीगढ़, करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत, भिवानी और सिरसा में लागू किया गया है । इसी तरह हरियाणा रोडवेज के शेष 18 डिपो में जनवरी 2023 के अंत तक परियोजना को पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा।
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड पूरे भारत में यात्रा के लिए अलग-अलग इस्तेमाल किया जाएगा। अन्य प्रदेश भी नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की दिशा में काम कर रहे हैं लेकिन हरियाणा ने तेजी से काम करते हुए सबसे पहले लागू किया है। इस कार्ड को भविष्य में मेट्रो, बस, ट्रेन आदि के सफर में इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट की करीब-करीब विकल्पों के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल होगा।
फर्जी पास पर चलने वालों पर रोक
नई टिकटिंग व्यवस्था से हरियाणा रोडवेज को भी फायदा होगा। इससे राजस्व लीकेज पूरी तरह रूकेगी। हरियाणा रोडवेज में छूट प्राप्त करने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी। इसके अतिरिक्त फर्जी पास पर चलने वालों पर रोक लगाई जा सकेगी। इससे टिकट व पास आदि बनाने में लगने वाले कागज की बचत होगी। डिजिटली डाटा मिलने से जिस रूट पर ज्यादा यात्री हैं, वहां पर बसों का आसानी से संचालन किया जा सकेगा। कार्ड आधारित भुगतान मॉडल होगा, जिससे ऑफलाइन व क्रेडिट, डेबिट व प्रीपेड कार्ड से भुगतान होता है।
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