चंडीगढ़। लॉकडाउन में पुलिस की कार्यशैली की जितनी सराहना की जाए, वो कम है। पुलिस के बारे में लोगों में एक सकारात्मक अवधारणा बनी। न्यूज पेपर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया द्वारा 22 जून को लॉ एंड आॅर्डर इन लॉकडाउन विषय पर एक नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें देश के अलग-अलग कोनों से जुड़े सीनियर पुलिस अधिकारियों व अन्य क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स ने उपरोक्त विचार रखे। पंजाब के आईजी, लॉ एंड आॅर्डर अजय पांडे ने कहा कि पंजाब ने कोरोना से रोकथाम को लेकर लगातार बेहतरीन काम किया है। पुलिस के 48,000 जवानों को तुरंत प्रभाव से 2 दिन के अंदर हर जगह तैनात किया। इसके अलावा प्रवासियों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास किया। आईटीवी नेटवर्क के प्रधान संपादक अजय शुक्ला ने कहा कि पंजाब और हरियाणा ने कोरोना दौर में बेहतरीन कार्य किया है। पुलिस की भूमिका बेहद सराहनीय रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में जमीनी स्तर पर न केवल रिर्पोटिंग की, बल्कि सामाजिक संगठनों व लोगों की मदद से जरूरतमंदों को खाने के अलावा जरूरी सामान मुहैया भी करवाया।
इस दौरान स्वंयसेवी संगठनों ने भी खुले दिन से उनकी मदद की। पंजाब ने तो बाकायदा संकट की इस घड़ी में अन्य राज्यों के सामने एक नजीर पेश की कि कैसे जरूरतमंदों की सहायता की जाती है। बैंगलोर के पूर्व कमिश्नर राघवेंद्र ने कहा कि लॉकडाउन में बिल्कुल अलग तरह की स्थिति थी। इसमें पुलिस विभाग को बिना सीधे संपर्क में आए अन्य विभागों के साथ मिलकर काम करना था, जिसको बखूबी अंजाम दिया गया। इसके अलावा जरूरी चीजों को भी पहुंचाना था जो कि एक चैलेंज था। कई जगह सांप्रदायिक मुद्दे भी रिपोर्ट हुए, लेकिन पुलिस ने हर स्थिति में बेहतर काम करते हुए मिसाल कायम की। वहीं फिल्म सिटी नोएडा के फाउंडर और इंटरनेशनल चैंबर आॅफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इडस्ट्री के प्रेसीडेंट संदीप मारवाह ने कहा कि पुलिस ने बेहतरीन काम किया है, कोरोना संकट में जहां लोग घरों से बाहर नहीं निकल सके तो वहीं पुलिस ने हर जगह मोर्चा संभाला। पुलिस ने लोगों की बदतमीजी का जवाब भी प्यार से दिया। फिल्म मेकर अशोक त्यागी ने भी पुलिस के काम की सराहना की। इनके अलावा कई अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने भी लॉकडाउन के दौरान पुलिस की कार्यशैली को एक नजीर बताया। अन्य एक्पर्ट्स में हरिप्रिया ठाकुर, सुनील भारती, गुरुराज नागाथन, किरण, विकास शर्मा, मनजोत सिंधा और विनय साबिखी ने भी विषय पर अपने विचार रखे। वेबिनार का संचालन डॉ. विपिन गौड़ ने किया।