आज समाज डिजिटल,शाहाबाद:
स्थानीय सहकारी चीनी मिल का पिराई सत्र अंतिम चरण में होने के कारण भारी संख्या में किसानों ने गन्ने से भरी ट्रालियां मिल में पहुंचा दी। कुछ घंटों के लिए मिल में ब्रेकडाउन चलने के कारण जाम लग गया और हालात यह हो गए कि लाडवा रोड पर भारी संख्या में ट्रालियां सड़क पर ही खड़ी हो गई। जिससे जाम की स्थिति बन गई।
रोड की एक और का ट्रैफिक तो बिल्कुल बंद
लाडवा रोड की एक और का ट्रैफिक तो बिल्कुल ही बंद हो गया। जिस पर मिल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गन्ने की ट्रालियां को अनाज मंडी में भेजना शुरू कर दिया। सोमवार देर शाम तक सैकड़ों की संख्या में ट्रालियां नई अनाज मंडी में खड़ी थी। किसानों में यह बात जोर पकड़ गई थी कि मिल बंद होने वाला है जिस कारण आनन-फानन में सभी किसान ट्रालियां लेकर मिल में पहुंचने लगे। वहीं मिल के एमडी सतिंदर सिवाच ने कहा कि मिल क्षेत्र में खड़े एक एक गन्ने को पिराई करके ही मिल को बंद किया जाएगा । उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि गन्ने की ट्राली लाने से पहले मिल के अधिकारियों से संपर्क कर लें ताकि जाम की स्थिति से बचा जा सके।
10 अप्रैल तक डाले गए गन्ने की कर दी गई पेमेंट
मिल में 10 अप्रैल तक डाले गए गन्ने की कर दी गई है पेमेंट। मिल के एमडी सतीन्द्र सिवाच ने बताया कि गन्ना उत्पादकों द्वारा मिल में 10 अप्रैल तक डालेंगे गन्ने का भुगतान बैंकों के माध्यम से कर दिया गया है। जिसकी कुल भुगतान राशि 214करोड़ रुपये बनती है । इस प्रकार शाहाबाद सहकारी चीनी मिल द्वारा कुल खरीदे गये गन्ने की पेमैंट का 84 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है । जोकि हरियाणा राज्य की सभी सहकारी चीनी मिलों द्वारा अब तक किये गये गन्ना मूल्य भुगतान का सर्वाधिक है । उन्होंने बताया कि मिल द्वारा 71 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 7 लाख 20 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया जा चुका है । इस अवसर पर मिलके सीएओ दीपक खटोड़, सेल्स मैनेजर राजीव धीमान, चीफ इंजीनियर मनीष अग्रवाल सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।