कहा- किसानों की सहायता के लिए सब्सिडी पर दिए गए कृषि यंत्र
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने राज्य सरकार द्वारा पराली जलाने की घटनाओं को कम करने और रबी मौसम में किसानों के लिए डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए सक्रिय कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किसानों के सहयोग से इस बार हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। राणा ने बताया कि हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन्स सेंटर के डेटा के अनुसार, हाल ही में कुल 857 आग की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से केवल 458 कृषि गतिविधियों से जुड़ी थीं।
उन्होंने बताया कि किसान सरकार के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान कर रहे हैं, जिससे पराली जलाने की घटनाओं में गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेष जलाना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, मृदा की उर्वरता को कम करता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। अवशेष प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य सरकार ने किसानों को 1.08 लाख सब्सिडी वाली मशीनें वितरित की हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी कई किसान इन मशीनों के उपयोग को लेकर झिझक रहे हैं, लेकिन यह प्रयास किए जा रहे हैं कि ये मशीनें हर किसान तक पहुंच सकें। इसके जवाब में सरकार ने किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किए हैं।
273 किसानों पर एफआईआर की दर्ज व 353 किसानों पर लगाया जुर्माना
डीएपी उर्वरक के कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार किसानों को समय पर डीएपी की आपूर्ति देने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक रबी मौसम के लिए 2.50 लाख मीट्रिक टन (एमटी) डीएपी वितरित किया जा चुका है। कुल मांग 3.48 लाख एमटी की है, जिसमें से अतिरिक्त 5,400 एमटी 7 नवंबर को पहुंच चुका है और 2,600 एमटी 8 नवंबर को प्राप्त हुआ। इसके अलावा, आगामी तीन दिनों में लगभग 10,977 एमटी और डीएपी आने की उम्मीद है।
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