शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने जिला उपायुक्तों पर छोड़ा फैसला
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। पिछले 4-8 दिन से घना कोहरा छाया हुआ है। प्रदेश के 12 जिले कोहरे की लपेट में आ चुके है। कोहरे के कारण कई सड़क हादसे भी हो चुके है। हिसार में कोहरा के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई।
हरियाणा के 12 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। पश्चिमी हरियाणा में राजस्थान के इलाकों सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम है। वहीं, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद और चरखी दादरी में विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक है। वहीं मौसम विभाग ने भी 16 नवंबर तक हरियाणा में कोहरे का आॅरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि जिलों के डिप्टी कमिश्नर बच्चों के स्कूल बंद करने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
इन जिलों में ग्रेप-3 की पाबंदिया लागू
एनसीआर में आने वाले हरियाणा के 14 जिलों में ग्रेप 3 की पाबंदियां लगा दी गई है। हरियाणा के 14 जिले एनसीआर में आते हैं। इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल शामिल हैं। जिन जिलों में सुबह 8 बजे से क्रशर-माइनिंग पर रोक लगा दी गई।
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