खुराना रोड पर खुले दर्जनों शराब के अवैध खुर्दों से महिलाएं तथा स्कूली छात्राएं  हो रही परेशान

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Drunkards hurled at women and girls
Drunkards hurled at women and girls
  • महिलाओं तथा लड़कियों पर शराबी करते हैं छींटाकशी
  • कई धार्मिक स्थल व स्कूल होने के बावजूद भी खुले हैं अवैध खुर्दे
  • पुलिस संरक्षण से खुर्दे चलाने का लगाया मोहल्ला वासियों ने आरोप

मनोज वर्मा, कैथल:
पुलिस प्रशासन कैथल की नाक के नीचे स्थानीय खुराना रोड पर पिछले काफी समय से कथित तौर पर शराब के अवैध खुर्दे खुले हुए हैं। जिनसे यहां से आवाजाही करने वाली महिलाओं तथा लड़कियों को भारी पेरशानियों का सामाना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं यहां पर पडऩे वाले दर्जनों धार्मिक स्थलों में महिलाओं को जाने से पूर्व इन अवैध शराब के खुर्दों पर खड़े शराबियों की छींटाकशी का शिकार होना पड़ता है। जानकारी अनुसार संगम पैलेस के ठीक पीछे से लेकर आगे खुराना रोड डी ए वी स्कूल तक के रास्ते में करीब एक दर्जन अवैध शराब के खुर्दे बने हुए हैं। जहां पर शराबी सुबह सवेरे ही जमावड़ा लगा लेते हैं और यहां से गुजरने वाली महिलाओं तथा लड़कियों पर अश्लील फब्तियां कसते हैं। जिससे महिलाओं को यहां से गुजरने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

महिलाओं रीना देवी, प्रभा नागपाल, बीरो देवी, प्रसन्नी देवी, कविता सहगल, विभा गुलाटी, मोनिका शर्मा, कवीता बातान, पुष्पा शर्मा, सनोली छाबड़ा, सरला बहुगुणा, प्रेम लता, चंचल मनचंदा, पूनम सपरा, कविता ङ्क्षबदल, ज्योति नागपाल, हेमलता गुप्ता  ने आरोप लगाया कि उनका यहां से गुजरना काफी दुश्वार सा हो गया है। वे कई बार पुलिस के पास इनकी शिकायत कर चुकी हैं मगर उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। जिसके चलते इन अवैध खुर्दा संचालकों के हौंसले काफी बुलंद हो चुके हैं। महिलाओं का यह भी आरोप है कि पुलिस जानबूझ कर इस तरफ कोई ध्यान नहीं देती क्योंकि उनके सहयोग से ही शायद ये अवैध शराब के खुर्दे चल रहे हैं। इतना ही नहीं यहां इस सडक़ पर करीब आधा दर्जन बड़े स्कूल भी खुले हैं जहां के बच्चों को इसी रास्ते से आवाजाही करनी पड़ती है। सुबह स्कूल में जाते समय और छुटट्टी के समय से जब बच्चे गुजरते हैं तो उन पर इन शराब के खुर्दों का गलत प्रभाव पड़ता है। छोटे-छोटे बच्चे जब शराब पीने वाले लोगों को शराब पीते हुए और नालियों में गिरा हुआ देखते हैं तो उनके मस्तिष्क पर इसका दुश्प्रभाव पड़ता है। जिससे बच्चों का ध्यान पढ़ाई में न जाकर इस गलत दिशा की तरफ चला जाता है।

ये स्कूल हैं स्थित

यहां के बाशिंदों ने बताया कि इस सडक़ पर खालसा पब्लिक स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, सरकारी स्कूल खुराना रोड, किडजी स्कूल, सैंट्रल स्कूल, हैरीजेट इंटरनैशनल स्कूल, सैनिक स्कूल के साथ ही कई छोटे स्कूल भी खुले हुए हैं। हजारों की तादात में बच्चों का यहां से आना-जाना लगा रहता है। जिससे उनको भारी पेरशानियों का सामना करना पड़ता है।

ये मंदिर और कुंड भी हैं स्थित

इस सडक पर बुद्व कुंड, शिव मंदिर, शेरा वाला मंदिर, शेर मुखी मंदिर, हनुमान मन्दिर, काली माता मंदिर, शनि मंदिर, पीर बाबा की दरगाह, पीर वाली गली, छज्जू कुंड, शिव कुटी आदी मंदिर स्थित हैं। जहां पर सुबह से लेकर देर सांय  तक श्रद्वालुओं को आवाजाही करनी पड़ती है। मंदिर में जाने से पूर्व ही श्रद्वालुओं खासकर महिलाओं को भगावन के दर्शन करने से पूर्व ही इन शराबियों और शराब के अवैध खुर्दो के दर्शन करने पड़ते हैं जोकि उनके लिए काफी चिंता का विषय है।

दुकानों पर पर्दे लगा कर बेची जाती है शराब

मजे की बात तो यह है कि इस रोड पर कथित तौर पर कुछेक अवैध खुर्दों में पर्दे की आड़ में शराब बेची जाती है। बात शराब बेचने की होती तो भी कोई बात नहीं थी, क्योंकि यहां पर शराब बेचने के साथ-साथ यहां बिठा कर पिलाई भी जाती है। जिससे शराब शराब की खाली बोतलों को सरेआम सडक़ों पर फैंक देते हैं और गंदी दुर्गंध का सामना आसपास के लोगों को करना पड़ता है।

नालियों में पड़े रहते हैं शराबी

शराब के नशे में धुत शराबी अक्सर यहां सडक पर तथा नालियों में गिरे हुए दिखाई पड़ते हैं। इतना ही नहीं नशे की हालात में उन्हें इस बात का ईल्म भी नहीं होता कि उनके तन पर कपड़े भी हैं या नहीं। उनके कपड़े भी शराब के नशे में इस प्रकार अस्त व्यस्त हो जाते हैं कि यहां से निकलने वाले को ही अपनी आंखों को मजबूरन बंद करना पड़ता है।

खानापूर्ति के लिए आती है पुलिस

मोहल्ला वासियों का यह भी कहना है कि वे कई बार इस संदर्भ में पुलिस के अधिकारियों को सूचित कर चुके हैं। उसके बावजूद पुलिस आती है तो है मगर केवल और केवल वे खानापूर्ति करके ही चली जाती है। आरोप यह भी है कि पुलिस के साथ इन लोगों की मिलीभगत होने के चलते पुलिस इनके चालान भी नहीं काटती और इन खुर्दों का बंद भी नहीं करती। जिससे यहां के बाशिंदों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं खुर्दा संचालक

जब उपरोक्त विषय में खुर्दा संचालकों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे कानूनी तौर पर मान्यता प्राप्त हैं और सरकारी मान्यता मिलने के बाद ही वे लोग यहां पर शराब बेचने का कारोबार करते हैं। मगर वास्वत में ऐसी कोई परेशानी यहां पर नहीं है जैसा कि मोहल्ला वासियों ने आरोप लगाए है। हालांकि हम लोगों ने अपने खुर्दों पर अपने करिंदे बिठा रखे हैं मगर वे किसी को भी पेरशान नहीं करते और ना ही किसी के साथ अभ्रद भाषा का प्रयोग करते हैं। हां कभी कभार अगर कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा शराब पी लेता है तो थोड़ा सा बहक जाता है जिसे हम स्वयं ही वहां से भेज देते है ताकि वो मोहल्ला वासियों को परेशान न करे और हमारी दुकानदारी भी खराब न हो। हम मोहल्ला वासियों की भावनाओं की कद्र करते हैं और हमारा यह भी प्रयास रहता है कि हमारी वजह से किसी को कोई परेशानी न हो। हां अगर किसी को कोई पेरशानी है तो वे स्वंय मोहल्ला वासियों के साथ उनके सहयोग के लिए खड़े हुए हैं।

क्या हैं नियम

अगर हम नियमों की बात करें तो बता दें कि किसी भी जगह पर अगर कोई शराब की दुकान या अवैध खुर्दा या फिर कोई व्यक्ति खुर्दा खोलता है तो उसे पहले जिला प्रशासन से अनापत्ति लेनी पड़ती है। इसके साथ ही साथ किसी भी धार्मिक स्थल या फिर स्कूल कॉलेज की १०० मीटर की परीधी में असूलन तो कोई शराब का कारोबार कर ही नहीं सकता। अगर कोई करता भी है तो वह पूरी तरह से अवैध है। अब इस सडक पर जितने भी खुर्दे खुले हुए हैं वो उचित है या फिर अनुचित यह तो पुलिस अधिकारियों या फिर जिला कराधान विभाग के आला अधिकारियों की जांच के बाद ही पता चलेगा?

दर्जनों बार पुलिस को शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही

स्थानीय दुकादारों ने बताया कि वे दर्जनों बार इन अवैध खुर्दों की शिकायत पुलिस कप्तान को भी कर चुके हैं तथा कई बार थाने में भी इस बारे में लिखित शिकायत दे चुके हैं। मगर पुलिस के कानों पर कोई जूं तक नहीं रेंगी। मोहल्ले वासियों को हो रही परेशानी में पुलिस प्रशासन भी बराबर का ही दोषी है। क्योंकि अगर पुलिस चाहे तो कोई भी गलत कार्य नहीं हो सकता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस खुद इन अवैध खुर्दा संचालकों को संरक्षण देती है। तभी इन लोगों के हौंसेले इतने बुलंद हैं।

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी

जब इस विषय में पुलिस विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला अभी तक नहीं आया है और ना ही मुझे किसी की कोई लिखित शिकायत मिली है। हां अगर किसी भी व्यक्ति या मोहल्ला वासी को इन खुर्दो से परेशानी है तो वे एक बार उनके संज्ञान में जरूर लांए वो भी लिखित शिकायत के साथ। शिकायत कर्ता का नाम व पता बिल्कुल गुप्त रखा जाएगा। जनता की सेवा के लिए वे २४ घंटे हाजिर हैं। शहर में कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए पुलिस हर समय सेवारत है। किसी भी व्यक्ति को कानून का उलंघ्घन नहीं करने दिया जाएगा चाहे वह कितना भी राजनैतिक रसूक क्यों न रखता है। कानून सबके लिए बराबर है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि अगर किसी भी महिला या छात्रा को कोई शराबी या अन्य कोई व्यक्ति अभ्रद टिप्पणी करता है तो वे उसी समय इसकी सूचना 100 नं पर करें। 5 मिनट में उस शिकायत पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।