- नए बस स्टैण्ड के साथ बन रहा ड्राईविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आई.डी.टी.आर.) जल्द होगा मुकम्मल
- उपायुक्त अनीश यादव ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सीवरेज लाईन जोडऩे जैसे छोटे-छोटे कार्यों को जल्द पूरा करने के दिए निर्देश।
- आई.डी.टी.आर. मुख्यमंत्री का है ड्रीम प्रोजेक्ट, जून माह में हो सकता है उद्घाटन।
सीवरेज लाईन आईडीटीआर की तरफ
सीवर लाईन को ट्रैंच मशीन से पूरा करवाया जाए
लोक निर्माण विभाग से अनुमति ली गई
उपायुक्त ने अन्य अधिकारियों से भी उनके ईश्यू पूछे। सिंचाई विभाग के एक्सईएन नवतेज सिंह ने बताया कि आईडीटीआर को जाने वाले रास्ते पर दो पुलिया बनाई जानी है, इनमें से एक मुकम्मल हो गई है, दूसरी भी जल्द मुकम्मल हो जाएगी। इसके बाद इसपर ट्रैफिक गुजर सकेगा। चर्चा के बाद उपायुक्त ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि अगले 15 दिन में सीवर लाईन का काम पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने निगम के एक्सईएन से कहा कि जैसे भी हो सीवरेज लाईन को अम्रुत की मेन लाईन से जोडऩा होगा।
9.25 एकड़ में 30 करोड़ रूपये की लागत से पूरा होगा
क्या है आई.डी.टी.आर.- बता दें कि मुख्यमंत्री हरियाणा के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए मौजूदा होंडा मोटर साईकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने करीब 2 साल पहले इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का कॉन्सैप्ट लेकर, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिब्लिटी के तहत इस पर काम शुरू किया था। कोविड के चलते हालांकि निर्माण गति कुछ धीमी रही, लेकिन अब इसके मुकम्मल होने पर ज्यादा वक्त नहीं है। आगामी जून माह में मुख्यमंत्री के द्वारा ही इसका उद्घाटन हो सकता है। प्रदेश के अपनी तरह के पहले स्पैशल ड्राईविंग ट्रेनिंग संस्थान का निर्माण 9.25 एकड़ में किया गया है और यह 30 करोड़ रूपये की लागत से पूरा होगा।
वाहनो की ड्राईविंग के प्रशिक्षण व टैस्ट
क्या होगा आईडीटीआर में- मीटिंग में मौजूद होंडा मोटर साईकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के ऑप्रेटिंग अधिकारी सत्य प्रकाश पाटिल ने बताया कि इस संस्थान में दुपहिया, चौपहिया लाईट व हैवी वाहनो की ड्राईविंग के प्रशिक्षण व टैस्ट लिए जाएंगे, जिनकी अवधि 2, 4 ओर 6 महीनो की होगी।
पाटिल ने बताया कि ऑटोमेटिक ड्राईविंग टैस्ट ट्रैक के जरिए प्रशिक्षण लेने वाले की छोटी-छोटी गलती चैक करके उसे सुधारा जाएगा और टैस्ट पास करने के बाद एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके चालू हो जाने पर ड्राईविंग के लर्निंग और रेगूलर लाईसेंस भी इसी संस्थान से बनेंगे, इसके लिए आरटीए और लाईसेसिंग अथोरिटी के कर्मचारी यहां बैठेंगे। यानि होंडा कम्पनी और सरकार दोनो मिलकर इस संस्थान को चलाएंगे।