इशिका ठाकुर,करनाल :
एडीसी ने जल शक्ति मिशन, अटल भूजल योजना को लेकर संम्बधित विभाग के अधिकारियों के साथ की समीक्षा, कहा धरातल स्तर पर गतिविधियों को और अधिक बढ़ावा दे, भारत सरकार के पोर्टल पर करें अपलोड़। अतिरिक्त उपायुक्त डा0 वैशाली शर्मा ने जल शक्ति मिशन, अटल भूजल योजना को लेकर संम्बधित विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि उक्त दोनों योजना के तहत जिला में धरातल स्तर पर गतिविधियों को और अधिक बढ़ावा दे ताकि बेहतरीन तरीके से जल संरक्षण हो सकें। अतिरिक्त उपायुक्त नेे जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी के साथ-साथ सभी विकास खंडों के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वे गांव स्तर पर जल पंचायत का आयोजन करवाए और इसके अलावा प्रभातफेरियों आदि के माध्यम से जल संरक्षण बारे आम लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी अपने अपने विभाग से संबंधित जल शक्ति मिशन व अटल भू-जल योजना से जुड़ी गतिविधियों को सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता के पास भेजें ताकि वे इन गतिविधियों को भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि भूमि के गिरते जलस्तर की ओर जल्द ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में हमें कृषि के क्षेत्र में जल की भंयकर समस्या का सामना करना पडेगा। इसलिए हमें अभी से जल संरक्षण एवं भूमि के गिरते जल स्तर को बचाने के लिए ऐसी फसलों को उगाना होगा जिनमें पानी की ज्यादा आवश्यकता न हो। इसके अलावा बरसाती पानी के संरक्षण के लिए भी हमें उपाय खोजने चाहिए ताकि जरूरत के समय वर्षा के पानी का सदुपयोग किया जा सकें। उन्होंने बताया कि जल है तो कल है और जल के कारण हमारा व हमारी पीढियों का भविष्य सुरक्षित है।
पानी की अहमियत के बारे में बताया
डॉ. वैशाली ने बताया कि जल धरती पर रहने वाले सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। हम भोजन के बिना कई दिन रह सकते हैं लेकिन पानी के बिना आधा दिन गुजारना कठिन हो जाता है। यह जानते हुए भी कि जल ही जीवन है, हम पानी की अहमियत से अनजान बने हुए है और लगातार इसकी बर्बादी कर रहे हैं। वास्तव में हम पानी के उपयोग के प्रति अपनी जिम्मेवारी नहीं समझ रहे हैं और न ही दूसरों को इसका महत्व बता रहे हैं। अगर पब्लिक क्षेत्र में कहीं नल खुला है तो उसे बंद करना हम अपनी जिम्मेवारी नहीं समझते। नहाते, कपड़े धोने, सफाई के लिए जरूरत से ज्यादा पानी इस्तेमाल करके हम पानी की बर्बादी करते हैं। उन्होंने ने बताया कि हमारे देश में ऐसे बहुत सारे स्थान है, जहां लोग पानी की किल्लत से बुरी तरह परेशान है। पशु-पक्षी भी प्यास से अपना दम तोड़ देते हैं। वहीं, बहुत सारे स्थानों पर एक बाल्टी पानी लेने के लिए लोगों को मीलों चलना पड़ रहा है। दुनियां के कई हिस्सों में खासकर विकासशील देशों में जल संकट बढ़ता जा रहा है। अगर पानी की ऐसे ही बर्बादी होती रही तो अनुमान है कि आगामी कुछ ही वर्षों में विश्व की आधी जनसंख्या जल संकट की भंयकर मार झेलेगी। सरकार तेजी से पानी की समस्या का हल निकालने के लिए जरूरी कदम उठा रही है।
जल की बचत करना हम सब की जिम्मेवारी
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि जल की बचत करना हम सब की जिम्मेवारी है, तभी हम अपनी आने वाली पीढिय़ों के भविष्य के लिए पानी सुरक्षित रख सकते हैं। जल की बचत घर से ही शुरू करें। जरूरत न होने पर नल को खुला न छोड़े। पब्लिक एरिया या अपने आसपास भी कहीं पानी की बर्बादी हो रही हो तो तुरन्त कार्यवाही करें। साथ ही अन्य लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें।
ये भी पढ़ें : विश्व मधुमेह दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
ये भी पढ़ें : श्रीकृष्णा स्कूल महेंद्रगढ़ में बाल दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
ये भी पढ़ें : रोहतक के गणमान्य नागरिकों ने पी जी आई एम एस के छात्रों के साथ धरना दिया
ये भी पढ़ें : गौड़ कॉलेज में ‘विश्व मधुमेह दिवस’ पर लगा स्वास्थ्य जांच शिविर