डा संजीव कुमारी की पुस्तक ‘लोकपुंज’ का चंड़ीगढ़ में विमोचन

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अशोक शर्मा, समालखा 
डा संजीव कुमारी, गांव वजीरपुर टीटाणा पानीपत द्वारा लिखी पुस्तक ‘लोकपुंज’ का विमोचन माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार द्वारा चंडीगढ़ में किया गया। इस अवसर पर डा .संजीव कुमारी ने तिसाया जोहड़, झड़ते पत्ते व आशाओं की शिखा पुस्तकें भी माननीय मुख्यमंत्री जी को भेंट की। ‘लोकपुंज’पुस्तक की विशेषता यह है कि इसमें डा. संजीव कुमारी द्वारा दूरदर्शन व आकाशवाणी से प्रसारित वातार्ओं के साथ-साथ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित लेख भी छपे हैं। 157 पृष्ठों की इस पुस्तक में डा. संजीव कुमारी के 43 लेख छपे हैं जो पर्यावरण, समाज शिक्षा व कृषि आदि विभिन्न समसामयिक विषयों के बारे में हैं।डॉ संजीव कुमारी इससे पहले भी कई पुस्तकें लिख चुकी हैं। जिसमें पर्यावरणीय सतसई ‘झड़ते पत्ते’ बेहद चर्चित पुस्तक है। जो इंडिया बुक आफ रिर्कोडस में दर्ज है व हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा 2018 में श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से नवाजी जा चुकी है। डाक्टर संजीव कुमारी ने हरियाणवी साहित्य पर काफी काम किया है। हरियाणा के लोकगीत,तिसाया जोहड़, हरियाणा लोकगीतों के झरोखे से पुस्तकें हरियाणा साहित्य अकादमी व हरियाणा ग्रंथ अकादमी पंचकूला द्वारा प्रकाशित हैं।इसके अतिरिक्त लोक संस्कृति पर आधारित तीन पुस्तकें प्रकाशन में हैं। मुख्यमंत्री ने डॉ.संजीव को बधाई देते हुए लेखन में निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।इस अवसर पर सानवी वजीरपुर टीटाणा, बनवारी लाल बटार,परमीत बटार ढाणी पाल, अनिल गुर्जर बड़सी व अन्य मौजूद रहे। इस अवसर पर गणमान्य व सम्मानित जनों ने संजीव को बधाई प्रेषित की है।