नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
शिक्षा के क्षेत्र महेंद्रगढ़ का नाम देश में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवाने वाली शख्सियत अब नहीं रही। आरपीएस ग्रुप के फाउंडर डायरेक्टर डॉक्टर ओपी यादव का शनिवार देर रात निधन हो गया। घटना का पता चलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। किसी को यकीन नहीं रहा था कि शिक्षा की गतिविधियों में हर समय सक्रिय रहने वाला यह शख्स अचानक चुपचाप दुनिया से विदा लेकर चला जाएगा। रविवार को उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव कनीना में किया गया। उन्हें मुखाग्नि उनके पुत्र एडवोकेट नरेन्द्र राव व मनीष राव ने दी। प्रदेशभर के राजनीतिक, सामाजिक व अन्य संगठनों सहित बड़ी संख्या में शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने शामिल होकर उन्हें अंतिम विदाई दी।

डॉ. ओपी यादव का जन्म 1943 में कनीना में हुआ

क्षेत्र के वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ-साथ शिक्षा के प्रचार-प्रसार में दक्षिणी हरियाणा का नाम प्रदेश व देश में स्वर्ण अक्षरों में अंकित करवाने वाले डॉ. ओपी यादव का जन्म 1943 में राव पहलाद सिंह के घर कनीना में हुआ था। भारतीय वायु सेना में भर्ती होकर 1962 में भारत-चीन युद्ध में भागीदार बनकर देश की रक्षा में अपना सराहनीय योगदान दिया व 15 वर्षों तक भारतीय वायुसेना में रहते हुए देश की रक्षा की। 1968 से 1971 में भारत-पाक युद्ध में भी अपनी वीरता से युद्ध कौशल का परिचय दिया। वर्ष 1977 में वायु सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद कानून के क्षेत्र में पिछले 32 वर्षों से वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में लोगों को न्याय दिलवाने का काम किया। दो बार महेंद्रगढ़ बार एसोसिएशन के प्रधान तथा भारत सरकार के टेलकम सलाहकार समिति के सदस्य रहने के साथ-साथ जिला स्तर व राज्य स्तर पर गठित विभिन्न समितियों के सदस्य रहे।

6500 से भी अधिक कर्मचारी को दे रहे अपनी सेवाएं

वर्ष 1998 में महेंद्रगढ़ के गांव खातोद में आरपीएस शिक्षा समिति की स्थापना कर इस पिछड़े क्षेत्र को शिक्षा जगत में आगे ले जाने का काम डॉ. ओपी यादव ने किया। भारतीय शिक्षा समिति के तत्वावधान में आज 13 विद्यालय, 5 कॉलेज व वेटनरी कॉलेज चल रहे हैं। जिनके अंदर करीब 37 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, वहीं उनके संस्थानों में करीब 6500 से भी अधिक कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनके शिक्षण संस्थानों में हजारों जरूरतमंद बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो उनकी समाज के विकास की सोच को दर्शाते हैं। आज इस ग्रुप से शिक्षा ग्रहण कर निकले हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं डॉक्टर, इंजीनियर, सेना अधिकारी, अध्यापक, वैज्ञानिक सहित अन्य क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रकाश फैला रहे हैं।

लोगों ने शामिल होकर दी अंतिम विदाई

उनकी अंतिम यात्रा में पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, विधायक सीताराम यादव, पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेंद्र सिंह, पूर्व विधायक नरेश यादव, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, पूर्व जिला प्रमुख भाई राम सिंह, डीआईजी राज सिंह, निदेशक कला परिषद अनिल कौशिक, प्रधान बलवान सिंह आर्य, नपा प्रधान सतीश जैलदार, उपप्रधान अशोक ठेकेदार, पूर्व डीईओ मुकेश लावणियां, आरआरसीएम के चेयरमैन रोशन लाल यादव, पूर्व पार्षद भगत सिंह, प्रो. रोशनलाल, कंवर सिंह कलवाड़ी, एसएस राव, नरेंद्र राव, देवेंद्र राव, भगत सिंह चेयरमैन, सुजान सिंह, राजवीर यादव, तुलसीराम शर्मा, सुशील शर्मा, नीरज कौशिक, नरेश जोशी सहित अनेक राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक शिक्षण संस्थाओं के साथ-साथ जिले की सभी बार एसोसिएशन से अनेक सदस्यों ने शामिल होकर डॉ. यादव को अंतिम विदाई दी।

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