Dr. MKK Arya Model School में कहानी वाचन क्रियाकलाप में बच्चों का उत्साहपूर्वक प्रदर्शन 

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Dr. MKK Arya Model School
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Aaj Samaj (आज समाज),Dr. MKK Arya Model School, पानीपत : डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में बुधवार को नैतिक मूल्यों को विकसित करने और भाषा अंग्रेजी के महत्त्व को प्रोत्साहित करने के लिए कहानी वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कक्षा तीसरी  के सभी वर्गो में कहानी वाचन प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। कहानी वाचन एक प्राचीन तथा लोकप्रिय कला है। कुशल कहानी वाचक के लिए उच्चारण, भाव आदि में निपुणता आवश्यक है और इन्हीं गुणों के साथ विद्यार्थियों ने जोश व उमंग से अपनी प्रस्तुति दी।

नैतिक मूल्यों पर अपनी -अपनी कहानियां सुनाई

नन्हें मुन्ने बच्चों ने ज्ञानवर्धक, रोचक और नैतिक मूल्यों पर अपनी -अपनी कहानियां सुनाई। कहानी वाचन का आयोजन रखने का प्रमुख उद्देश्य बच्चों में कल्पनात्मक शक्ति, भाषा शैली और संवाद शैली में हाव- भाव का विकास करवाना था। बच्चों ने विभिन्न प्रकार की कहानियाँ सुनाई जैसे  किसी और प्यासा कौवा, हंस,मोर और कौवा, शेर और चूहा, दो पेड़, घमंडी गुलाब, पांच दोस्त, लालची कुत्ता आदि कहानियां सुनाई। सभी नन्हे-मुन्नोंं का उत्साह इस प्रतियोगिता में देखने को मिला, जो आनंददायक था। हमारे नन्हे-मुन्नों ने इस प्रतियोगिता को बहुत रोचक बना दिया। कहानियां सुनने में रोचक होती हैं , साथ ही इनसे अनेक शिक्षाएं भी मिलती हैं। यही नहीं अच्छी कहानियों से हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी मिलती है। बच्चों ने भाषा का प्रयोग करते हुए क्रमबद्धता का विशेष ध्यान रखा और कहानी से मिलने वाली शिक्षा भी बताई।

विद्यार्थियों में नई सोच और नई जिज्ञासा उत्पन्न हुई

विद्यार्थियों के वाचन कौशल को विकसित करने और उनके आत्मविश्वास का निर्माण करने के लिए इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में नई सोच और नई जिज्ञासा उत्पन्न हुई। कहानी वाचन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों की प्रतिभा का आंकलन सहायक सामग्री, प्रवाह, सटीकता, उच्चारण और समग्र प्रस्तुति के आधार पर किया गया था। कक्षा दूसरी के सभी वर्गों में से प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रहे विद्यार्थियों का चयन किया गया।

व्यक्तित्व का विकास भी करती हैं प्रतियोगिताएं

प्रतियोगिता में प्रथम ईशान्वी, द्वितीय प्रभसीरत,  यश, तनिषि, कुंजल, तृतीय केशव, कनिका, भाविका, वैष्णवी,  त्रिशिका दक्षित रहे। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर, शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया, मीरा मारवाह ने बच्चों के आत्मविश्वास की सराहना की। साथ ही बताया कि ऐसी प्रतियोगिताएं न केवल छात्रों के आंतरिक बुद्धि की वृद्धि करती हैं बल्कि उनके व्यक्तित्व का विकास भी करती हैं। कहानियां हमारे जीवन को अर्थपूर्ण बनाने में मदद करती हैं।