Dr Manmohan Death Live Updates, (आज समाज), नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। उम्र संबंधी बीमारियों के कारण 92 साल की उम्र में उनका गुरुवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी भी डॉक्टर मनमोहन को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर सिंह को श्रद्धा सुमन अपर्ति करने के बाद उनके देश के लिए दिए योगदान को याद किया।
वित्तीय संकट से निपटने के लिए विश्व स्तर पर प्रशंसा
डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 1990 के दशक में वित्त मंत्री के रूप में भारत को दुनिया के लिए खोला और 2004-2014 तक दो कार्यकाल के प्रधानमंत्री के रूप में अमेरिकी परमाणु समझौते और कई महत्वपूर्ण कानूनों को पारित किया। वह 2008 में भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए अपनी बात पर अड़े रहे, जिससे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंध बने। 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से निपटने के लिए उन्होंने विश्व स्तर पर प्रशंसा प्राप्त की।
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने कहा, भारतीय राजनीति में शालीनता कम होती जा रही है, सभ्यता खत्म होती जा रही है, क्योंकि सौम्य अध्याय पलटने वाला व्यक्ति दुनिया से चला गया है। यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष राजदूत (सेवानिवृत्त) अतुल केशप ने कहा कि डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अमेरिका-भारत संबंधों को बढ़ाने, संबंधों को आधुनिक बनाने और दोनों लोकतंत्रों को रणनीतिक, आर्थिक और तकनीकी अभिसरण के स्थिर पथ पर आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, भारत ने अपने सबसे बड़े नेताओं और बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक को खो दिया है। उनके सबसे महत्वपूर्ण योगदान – युगांतकारी 91 सुधारों ने कई दशकों की आर्थिक उछाल को बढ़ावा दिया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसने भारत और भारतीयों के लिए संभावनाओं के गणित को नया आकार दिया।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने कहा कि देश ने एक बहुत ही प्रतिष्ठित नेता, एक प्रख्यात अर्थशास्त्री और एक महान इंसान को खो दिया है। उन्होंने कहा, डॉक्टर मनमोहन सिंह से उनकी यादें तब की हैं जब वे दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाते थे। मैं उन दिनों एमए के प्रथम वर्ष में था। उस दौर के दिग्गज प्रोफेसरों के बीच उन्हें देखना पश्चिमी ओडिशा के संबलपुर जिले से आने वाले मेरे जैसे छात्र के लिए आश्वस्त करने वाला था। वे दिन थे जब अमर्त्य सेन, मृणाल दत्ता चौधरी, ए एम खुसरो, के एन राज, सुखमय चक्रवर्ती, धर्म कुमार और अन्य जैसे बहुत ही प्रतिष्ठित प्रोफेसर वहां पढ़ाते थे।
ये भी पढ़ें : Manmohan Singh Death LIVE: पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पीएम मोदी, शाह, नड्डा