Dr. Khayalia
संजीव कौशिक, रोहतक:
एनएसएस ने नि:स्वार्थ भाव से स्वयं से पहले आप आदर्श वाक्य के साथ समाज सेवा के क्षेत्र में एक विशेष आयाम स्थापित किया है। यह पहचान आगे भी इसी प्रकार रहेगी, यह विश्वास स्वयंसेवियों के प्रयासों को देख कर दृढ़ होता है। उक्त विचार जाट कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महेश ख्यालिया ने व्यक्त किए। वे शनिवार को कॉलेज के आॅडिटोरियम हॉल में आयोजित एनएसएस के एक दिवसीय विशेष शिविर में बोल रहे थे। शिविर के शुभारंभ पर कॉलेज प्राचार्य डॉ. महेश ख्यालिया का एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास, डॉ. शमशेर धनखड़, डॉ. मनीषा दहिया, डॉ. शीशपाल राठी व डॉ. जसमेर सिंह ने स्वागत किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने कॉलेज परिसर में स्वच्छता कार्यक्रम भी चलाया।
समाज में सेवाभाव बढ़ाता है एनएसएस (Dr. Khayalia)
प्राचार्य डॉ. ख्यालिया ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस समाज में सेवाभाव को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि आज स्कूलों, महाविद्यालयों में युवाओं की पहली पंसद एनएसएस बनती जा रही है। एनएसएस युवाओं में नेतृत्व की क्षमता को निखार रही है तथा राष्ट्र को नेतृत्ववान व बहुमुखी प्रतिभा से परिपूर्ण युवा भेंट कर रहा है।
ऊर्जा से परिपूर्ण नाम है एनएसएस (Dr. Khayalia)
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना, ऊर्जा से परिपूर्ण एक ऐसा नाम, जो युवाओं में नि:स्वार्थ भाव, सेवा संकल्प, सच्चाई व नेतृत्व जैसे गुणों का विकास करता है। मंच संचालन डॉ. मनीषा दहिया ने किया। साईकिलिस्ट और पर्यावरण प्रेमी मुकेश नानकवाल ने स्वंयसेवकों को नशा मुक्त समाज और पर्यावरण के प्रति समर्पित रहने की सीख दी। उन्होंने पर्यावरण से होने वाली बीमारियों और डेंगू, मलेरिया के प्रति भी सचेत किया।
सभी विद्यार्थियों को लगाने चाहिए पौधे: (Dr. Khayalia)
उन्होंने प्रत्येक विद्यार्थी को पौधे लगाने और उनकी रक्षा करने की भी अपील की। शिविर में स्वयंसेवकों और स्वयंसेविकाओं को एनएसएस की शपथ दिलाते हुए सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहने को प्रेरित किया। इस अवसर पर एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास, डॉ. मनीषा दहिया, डॉ. शमशेर धनखड़, डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. शीशपाल राठी, मुकेश नानकवाल सहित एनएसएस वालिंटियर भी मौजूद रहे।