Aaj Samaj (आज समाज), Dr. Abhay Yadav Mahendragarh, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
महेंद्रगढ़ जिला के नांगल चौधरी हलके के गांव थनवास में गत रविवार सायं एक कार्यक्रम में पहुंचे नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने राजनीति से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने दिल की बात कही। वहां उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि वोट पूर्ण रूप से व्यक्तिगत भावनाओं एवं विवेक पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में वोट नेताओं के कुर्ते की जेब से नहीं बल्कि किसानों के खेतों और खलिहानों से निकलता है।
जन आंकलन ही जनमत का आधार है : डा. अभय यादव
उन्होंने क्षेत्र में नहरी जल व्यवस्था द्वारा भूजल में सुधार किए गए हैं। उन्होंने विशेष प्रयास का जिक्र करते हुए कहा कि अब किसानों के सूखे कुओं में पानी आ रहा है जो किसान हर साल कुए की बोरिंग में अतिरिक्त पाइप डालकर हर वर्ष लाखों रूपये का खर्चा करते थे वही किसान अब हर साल बोरिंग से पाइप निकालने लग गए हैं। जिन गांवों में नहर का पानी पर्याप्त रूप से मिल रहा है और जो गांव भूजल रिचार्ज का लाभ ले रहे हैं उन गांवों का किसान जब खेत में पानी देता है तो उसे इससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के योगदान की याद आती है। रबी की फसल में जिन गांवों की भूमि बिना पानी सफेद खाली पड़ी रहती थी वहां अब क्यारी- क्यारी में अन्न पैदा हो रहा है। क्षेत्र के अनेकों गावों की आर्थिक हालत बदली है।
डा. यादव ने कहा कि जनता अपना मन कभी झूठे नारों और झूठे प्रचार के आधार पर नहीं बनाती। कोई नेता यदि घर के चौबारे पर खड़ा होकर भी अपना बखान करता है तो उसका तब तक कोई अर्थ नहीं जब तक कि क्षेत्र की जनता किसी भी व्यक्ति द्वारा किए हुए काम की पहचान एवं प्रशंसा ना करे। जब एक बार किसी व्यक्ति के योगदान को आम आदमी स्वीकार कर लेता है तो वही स्वीकार्यता मतदान केंद्र के अंदर वोटों की झड़ी लगाती है। डा. यादव ने ग्रामीणों से रूबरू होते हुए कहा कि किसी व्यक्ति को आप यदि बल पूर्वक भी पोलिंग स्टेशन के अंदर ले जाकर अपना वोट डलवाना चाहते हैं तो वह संभव नहीं है। क्योंकि जब उसकी उंगली मशीन के बटन की तरफ जाती है तो वह उसी बटन पर जाकर टिकती है जिसे उसका दिल चाहता है।
चुनाव का फैसला जनता को करने दें : डा. अभय यादव
मतदान पूर्ण रूप से आदमी के व्यक्तिगत विवेक और व्यक्तिगत निर्णय पर आधारित होता है और विरोध करने वाले नेताओं के बंधन अथवा गठबंधन का इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता। आज के सोशल मीडिया के जमाने में किसी भी पार्टी या व्यक्ति का आकलन उसकी कार्यशैली और जनता के समक्ष रखे गए उसके कामों के परिणाम पर आधारित लगातार होती रहती है। धीरे-धीरे यही विश्वास जनमत में परिवर्तित होता है। अतः चुनाव से पहले वोटों की बात करने की बजाए अपने क्षेत्र के कामों पर ध्यान देना चाहिए और चुनाव का फैसला जनता को करने दें।
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