बूढ़ा होना पूरी तरह से प्राकृतिक है जो कि बदल नहीं सकता और ये प्रगतिशील भी है। जो ज्यादा महत्वपूर्ण है वो ये है कि ये बॉडी फंक्शन में कई चेंजेज लाता है और ज्यादातर अंगों को प्रभावित करता है। इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि हेल्दी उम्र बढ़ने में पोषण की बड़ी भूमिका होती है। न्यूट्रीशन कॉग्निटिव थिंकिंग,हार्ट हेल्थ और बहुत कुछ के समुचित काम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उम्र की वजह से लोगों को कई सारे हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है और पर्याप्त पोषण की कमी स्थिति की गंभीरता को बढ़ा सकती है। जैसे-जैसे लोगों की पोषक तत्वों की जरूरत उम्र के साथ बदलती है, किसी को ये पता होना चाहिए कि उनके शरीर की स्थिति के आधार पर क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
कुछ फैक्टर्स जो 50 की उम्र के बाद भोजन का सेवन कम कर सकते हैं, वो हैं भूख में कमी, स्वाद या गंध की कमी, चबाने या निगलने में कठिनाई, शारीरिक शक्ति या मोबिलिटी की हानि, पुरानी स्थिति और दवा, मानसिक और भावनात्मक फैक्टर, फायनेंशियल इनसिक्यूरिटीज। इसलिए यहां हम 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए कुछ अहम चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं कि क्या करें और क्या न करें, जो उन्हें अपने भोजन के सेवन पर कंट्रोल रखने में मदद कर सकते हैं।
आसान भोजन करने की कोशिश करें
आसानी से पचने वाला, आसानी से एब्जॉर्व होने वाला, बार-बार छोटा भोजन अपनाएं। इससे आपके पाचन में सुधार होगा।
हाइड्रेटेड रहना
अपने आहार में बहुत सारे तरल पदार्थ शामिल करें क्योंकि वो आपको हाइड्रेटेड रखते हैं और पाचन को बढ़ावा देते हैं।
फलों को शामिल करना जरूरी है
हर दिन के भोजन में दो-तीन मौसमी फलों को शामिल करना चाहिए।
इन सामग्रियों को अपने आहार में शामिल करें
आहार में प्याज, अदरक, लहसुन, नींबू, जीरा, अजवायन, मेथी, बादाम, अखरोट, नारियल पानी शामिल करें क्योंकि ये मांसपेशियों के लचीलेपन के लिए अच्छे होते हैं, वॉटर रिटेंशन को प्रीवेंट करते हैं और सूजन को रोकते हैं और हेल्दी ब्लडप्रेशर को बनाए रखने में भी योगदान करते हैं।
डिब्बाबंद फूड्स, चीनी आदि लिमिट में इस्तेमाल करें
शक्कर, मीठे ड्रिंक्स, बिना मिलावट वाले जूस को लिमिट करें क्योंकि वो हानिकारक हो सकते हैं। इसके बजाय, ऐसे फल खाने की कोशिश करें जिनमें आपके शरीर के लिए हेल्दी शुगर हो।
रिफाइंड सेरेल्स और अनाज न लें
रिफाइंड सेरेल्स और अनाज को साबुत अनाज और दालों से बदलें। क्योंकि ये ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैसेडेंटरी लाइफस्टाइल को लिमिट करें
एक सेडेंटरी लाइफस्टाइल किसी जहर से कम नहीं है। हर दिन एक्सरसाइज करने की कोशिश करें और अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उसे मूव करते रहें।