नवीन मित्तल, शहजादपुर :
नगरपालिका नारायणगढ़ में डोर टू डोर ठेकेदार के 3 महीने से बिल पास ना होने के कारण ठेकेदार द्वारा काम बंद कर दिए जाने से डोर टू डोर कर्मचारियों में रोष पनप गया। कर्मचारी दर्शन, सतीश, सुरेश व अन्य कर्मचारियों ने कहा कि जून, जुलाई-अगस्त 3 माह की सैलरी 4 महीने का करोना में लागू किया गया तेल साबुन डोर टू डोर कर्मचारियों को नहीं मिला। जून-जुलाई अगस्त का इपीएफ जमा नहीं हुआ, जिससे मिलने वाले ब्याज का नुकसान गरीब कर्मचारियों को होता है। कर्मचारियों ने कहा पिछले ठेके में इन गरीब कर्मचारियों का वेतन एक बार ही छ: माह में दिया गया। एक तो वेतन कम ऊपर से वह भी 3 महीने में मिलना जिससे इन कर्मचारियों के घरों की हालत बहुत ही दयनीय है । इनके बच्चे राशन की राह देख रहे हैं। बीमारियों से जूझ रहे हैं, स्कूलों में एडमिशन तक नहीं करवा पाए इस नौकरी के अलावा इन गरीब कर्मचारियों के पास अपनी आजीविका चलाने का कोई और साधन नहीं है। इनके घर की सभी जरूरतें इसी नौकरी पर निर्भर करती हैं। करोना कॉल में इन्हीं कर्मचारियों ने अपनी जान दांव पर लगाकर कोरोना से लड़ी जा रही लड़ाई में अहम भूमिका निभाई और लोगों ने फूल मालाएं पहनाकर इन कर्मचारियों का स्वागत किया पर दिन के आठ घंटे नर्क जैसे माहौल में रहकर अपने मेहनत द्वारा किए गए काम के पैसों के लिए इन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। पहले कई बार नगरपालिका सचिव को भी मिल चुके हैं और दो बार उपमंडल अधिकारी को भी अपनी समस्या के बारे में बता चुके हैं और लिखित भी दे चुके हैं। उप मंडल अधिकारी द्वारा 27 अगस्त 2021 को मुलाकात के बाद आश्वासन दिया गया था कि 31 अगस्त 2021 तक बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा, वही उल्ट ठेकेदार के पास पैसे ना होने का बहाना बनाकर ठेकेदार द्वारा काम बंद कर दिया गया। पिछले 2 साल से जब भी वेतन मिला हड़ताल करने पर ही मिला। अगर समय रहते प्रशासन के द्वारा इनके गरीब परिवारों की ओर ना देखा गया और उनके वेतन का भुगतान न किया गया तो इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी पूर्णता प्रशासन की होगी।
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