Bhiwani News: भिवानी में वेटनरी पॉलीक्लीनिक के डॉक्टरों किया सांप का ऑपरेशन

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Bhiwani News: भिवानी में वेटनरी पॉलीक्लीनिक के डॉक्टरों किया सांप का ऑपरेशन
Bhiwani News: भिवानी में वेटनरी पॉलीक्लीनिक के डॉक्टरों किया सांप का ऑपरेशन

डॉक्टरों ने एक घायल सांप को दी नई जिंदगी
Bhiwani News (आज समाज) भिवानी: जिले के पशुपालन विभाग के वेटनरी पॉलीक्लीनिक के डॉक्टरों ने एक घायल सांप का आॅपरेशन कर उसे नई जिंदगी दी है। कई घंटे ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने सांप का सफल इलाज किया। इस जटिल प्रक्रिया के बाद सांप पूरी तरह स्वस्थ हो गया है। इस उपलब्धि की सराहना उच्च अधिकारियों ने भी की है। वेटनरी पॉलिक्लीनिक के पशु चिकित्सक सुभाष ने सांप को एनीस्थिसिया दिया व डॉ. जोनी ने सांप का ऑपरेशन किया।

डॉ. जोनी ने बताया कि सांप के एक जगह से कुछ हिस्सा कटा हुआ था और वहां से अंदर का भाग गला-सड़ा हुआ था। इस वजह से सांप बेहद दयनीय हालत में था। अगर इसका आॅपरेशन नहीं किया जाता तो सांप की मृत्यु तक भी हो सकती थी, जिसके बाद घंटों की मेहनत के बाद आॅपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। आॅपरेशन बहुत चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने पूरी सावधानी से इसे अंजाम दिया और अब यह पूरी तरह स्वस्थ हो रहा है।

सभी जीवों का जीवन मूल्यवान

पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. रविंद्र सहरावत ने पशु चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए बताया कि यह सांप उनके पास जीव-जंतु विभाग के कर्मचारी लेकर आए थे और पशु चिकित्सकों ने बिना समय गंवाए आॅपरेशन कर सांप की जिंदगी बचाई। उन्होंने कहा कि यह आॅपरेशन न केवल चिकित्सा विज्ञान की प्रगति को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि सभी जीवों का जीवन मूल्यवान है।

प्रतिदिन किए जा रहे 5 से 6 ऑपरेशन

पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. रविंद्र सहरावत ने बताया कि उनके पालिक्लीनिक में प्रतिदिन 5 से 6 आॅपरेशन किए जाते हैं। यहां सिजेरियन, रूमनोटोमी जैसे बड़े आॅपरेशन जो हिसार में होते थे, अब यहां किए जाते हैं। कुत्तों में टूटी हड्डी के लिए पिनिंग व प्लेट डालने जैसे आॅपरेशन भी किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि सर्दियों में कटड़ों व बछड़ों में पेशाब के बंधे के 50-60 आॅप्रेशन किए गए थे।

हिसार लुवास जाने की जरूरत नहीं

डॉ. रविंद्र सहरावत ने बताया कि उनके भिवानी का कार्यभार संभालते ही वेटनरी पॉलिक्लीनिक को मजबूत करने की कोशिश की ताकि पशुपालकों को इलाज के लिए हिसार लुवास पर निर्भर नहीं रहना पड़े। यहां आॅपरेशन व लैब से संबंधित सभी उपकरण उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है, ताकि पशुपालकों को नि:शुल्क उपचार मिल सकें। घर द्वार पर पशु उपचार पहुंचाने के लिए उनके पास एम्बुलेंस भी उपलब्ध है तथा 1962 टोल फ्री पर फोन करके यह सुविधा हासिल की जा सकती है।

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