Dharam News, आज समाज डेस्क: इस बार होली 14 मार्च को मनाई जाएगी। रंगों का त्योहार होली फाल्गुन महीने का मुख्य पर्व है। 13 मार्च को होलिका दहन मनाया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि होली के त्योहार से 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाता है। मान्यताओं के अनुसार यह शुभ समय नहीं होता है।
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शुक्रवार से शुरू हो चुका है होलाष्टक
मान्यता है कि होलाष्टक में कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। इस समय में ऐसा कार्य करने से मनुष्य को कष्ट उठाना पड़ सकता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक होलाष्टक 7 मार्च यानी इस सप्ताह शुक्रवार से शुरू हो चुका है। इसका समापन होलिका दहन के दिन यानी होली से एक दिन पहले 13 मार्च हो होगा।
घर के प्रवेश द्वार पर आटे का पंचमुखी दीपक जलाएं
होलाष्टक (Holashtak) के पहली रात को अगर कुछ उपाय किए जाएं तो व्यक्ति धनवान बन सकता है। होलाष्टक के शुरू होने पर उस रात को घर के प्रवेश द्वार पर आटे का पंचमुखी दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से पवन पुत्र हनुमान प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
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रात को जरूर करें महामृत्युंजय का जाप
यह भी मान्यता है कि होलाष्टक की रात को भगवान हनुमान बाहुक और हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करना चाहिए। माना जाता है कि तीन बार पाठ करने से व्यक्ति आर्थिक दिक्कतें दूर होती हैं और उसे आर्थिक लाभ की प्राप्ति होती है। अपनी नौकरी अथवा कारोबार में यदि कामयाबी हासिल करनी हो तो होलाष्टक की रात को महामृत्युंजय (Mahamrityunjay) का जाप जरूर करें।
हनुमान जी की करें विधिवत पूजा-अर्चना
मान्यता है कि होलाष्टक (Holashtak) की रात को भगवान हनुमान जी की विधिवत पूजा करनी चाहिए। उन्हें पान अर्पित करें और इसके बाद मनचाही इच्छा पूर्ति के लिए उनसे प्रार्थना करें। माना जाता है कि यह उपाय करने से पवन पुत्र भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं।
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