नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान भारत चिरायु हरियाणा कार्ड बनाने में जिला महेंद्रगढ़ पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर भिवानी जिला है। इस योजना के तहत एक परिवार का एक वर्ष में पांच लाख रुपए तक का पैनल के निजी अस्पताल व सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज होगा। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेश सैनी ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में सोशियो इकोनामिक सर्वे 2011 व चिरायु के कुल 388793 लाभार्थी हैं। सोशियो इकोनामिक सर्वे 2011 के तहत 113685 लाभार्थी के कार्ड जनरेट हो चुके हैं। इस मामले में जिला पहले स्थान पर था। इसके अलावा चिरायु योजना के तहत 275108 में से 155100 लाभार्थियों के कार्ड बनाए जा चुके है। जो की कुल का 56.37 प्रतिशत है। इसके अलावा आशा ऐप के माध्यम से भी जिला महेंद्रगढ़ चिरायु कार्ड बनाने में सबसे आगे हैं।
1.80 लाख रुपए से कम आय वाले परिवारों को भी किया शामिल
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस योजना का विस्तारीकरण करके परिवार पहचान पत्र के माध्यम से 1.80 लाख रुपए से कम आय वाले परिवारों को भी शामिल किया है। ऐसे में केवल चिरायु योजना के तहत 275108 लाभ पात्रों के कार्ड बनाए जाने हैं। अब तक केवल चिरायु योजना के तहत 56.37 प्रतिशत लाभार्थियों के कार्ड जारी कर दिए गए हैं। सीएमओ ने बताया कि सुशासन दिवस पर मुख्यमंत्री बड़े स्तर पर चिरायु हरियाणा कार्ड वितरण करेंगे। जिला के शेष बचे 1.28 लाख लाभार्थियों को कार्ड के लिए पंजीकृत किया जाएगा।
कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थियों के पास मौजूद हैं कई ऑप्शन
योजना के जिला सूचना प्रबंधक उमेश सैनी ने बताया कि चिरायु कार्ड बनवाने के लिए नागरिकों के पास कई ऑप्शन मौजूद हैं। नागरिक किसी भी तरीके से अपना कार्ड बनवा सकता है।
- उन्होंने बताया कि पहला ऑप्शन तो यह है कि सभी कॉमन सर्विस सेंटर पर यह कार्ड बनाए जा रहे हैं यहां पर लाभार्थी सूची में अपना नाम देखकर मौके पर ही कार्ड बनवा सकता है। उसके लिए किसी भी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी।
- दूसरी ऑप्शन में नागरिक अस्पताल नारनौल तथा उपमंडल नागरिक अस्पताल कनीना व महेंद्रगढ़ में आयुष्मान मित्र का काउंटर लगाया गया है।
- तीसरी ऑप्शन में सभी आशा वर्कर आशा ऐप के जरिए लाभार्थियों के कार्ड बना रही हैं।
- अगर लाभार्थी खुद अपने मोबाइल या कंप्यूटर से अपना चिरायु कार्ड जनरेट करना चाहता है तो उसके लिए भी सरकार ने व्यवस्था की है। अगर कोई नागरिक किसी कारणवश सीएससी सेंटर पर नहीं आ पाता है तो वह अपने मोबाइल में पीएम जेएवाई मोबाइल एप डाउनलोड करके खुद भी कार्ड बना सकता है। यहां से कार्ड को डाउनलोड करके साधारण कागज पर प्रिंट करवा सकता है यह कार्ड भी सभी जगह पर मान्य होगा। ऑनलाइन कार्ड जनरेट होने के बाद सभी लाभार्थियों के बाद में प्लास्टिक कार्ड दिए जाएंगे।
ये भी पढ़ें :मजदूर संघ के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में महिला और पुरुष पहुंचे मुख्यमंत्री आवास पर