Aaj Samaj (आज समाज),District Level Independence Day,पानीपत : विधानसभा उपाध्यक्ष रणवीर गंगवा ने पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण कर परेड़ का निरीक्षण किया और विभिन्न क्षेत्रों मेंं उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित भी किया। अपने सम्बोधन में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने आजादी की 76वीं वर्ष गाठ के अवसर पर जिलावासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज पूरा देश देशभक्ति के रंग में रंगा है। इस दिन के लिए मां भारती के न जाने कितने ही सपूतों ने अपना सबकुछ बलिदान कर दिया।
इस अभियान में देश के हर गांव व हर शहर की मिट्टी इकठ्ठी की जा रही है
इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से हम सब ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे थे। इस महोत्सव के समापन पर के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान शुरू किया है। 9 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ पर शुरू किए गए, इस अभियान में देश के हर गांव व हर शहर की मिट्टी इकठ्ठी की जा रही है। आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम सन 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे।
- हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता का साक्षी रहा है: रणबीर गंगवा
- देश और प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लें
बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढियां प्रेरणा हासिल करें
इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढियां प्रेरणा हासिल करें, इसके लिए हम अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बना रहे हैं। आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी में निरंतर योगदान दिया है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में हमने ‘सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग‘ का गठन किया है। युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है।
शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई
आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अब तक शहीदों के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है। ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान में ऐसे ही वीरों के नाम पूरे देश के गांवों के गौरव पट्ट पर अंकित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘सुशासन से सेवा’ के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली वर्तमान सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ और ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते पूरे हरियाणा और हरेक हरियाणवी की तरक्की और उत्थान के लिए काम किया है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए पारदर्शी शासन दिया है। गीता के कर्म के संदेश की इस पावन भूमि के इतिहास में धार्मिक असहिष्णुता और हिंसा का कोई स्थान नहीं रहा है। इसी के अनुरूप हम प्रदेश में प्रेम, प्यार और भाईचारे की बयार बहाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
पात्र परिवारों की पहचान कर योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया गया
पिछले 9 साल में हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसताके साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा हैं, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। हमने जनसेवा और जनता के बीच दीवार बन चुकी व्यवस्था को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी के कुशल नेतृत्व में न केवल बदलने का काम किया गया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया गया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का लाभ सरल तरीके से प्राप्त हो। देश की आजादी से लेकर लम्बे समय तक गरीब कल्याण की बातें तो की जाती रही, लेकिन उनका लाभ पात्र तक नहीं पहुंच पाया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के दर्शन के अनुरूप प्रदेश के सभी परिवारों का पहचान पत्र बनाया, जिससे पात्र परिवारों की पहचान कर योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया गया।
85 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए
आज जनता और सरकार का संपर्क सीधा है। हमने प्रशासन में मानव हस्तक्षेप को न्यूनतम करने के लिए आई.टी. का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया है। पहले व्यवस्था पारदर्शी नहीं होने के कारण बिचौलिया तंत्र मजबूत हो गया था, जिसके कारण पात्र अपने अधिकार से वंचित हो जाता था। लेकिन आज हर सरकारी योजना के पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बी.पी.एल. कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र के खाते में जाता है। इस साल को हम ‘अन्त्योदय आरोग्य वर्ष’ के रूप में मना रहे हैं। गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए तकरीबन 85 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए हैं।
विधानसभा उपाध्यक्ष रणवीर गंगवा ने कहा कि निरोगी हरियाणा योजना में लगभग 25 लाख गरीबों के स्वास्थ्य की जांच की है। ‘हर घर नल से जल’ कार्यक्रम में 13 लाख घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है।
अविवाहित भी 2750 रुपए मासिक पेंशन के पात्र हो गए
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में सरकार ने गरीबों का जीवन-स्तर ऊपर उठाने के लिए अंत्योदय मेले लगाकर 50 हजार से अधिक गरीबों को स्वरोजगार के लिए ऋणप्रदान किए हैं। गरीबों के सिर पर छत उपलब्ध करवाने के लिए ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत 36 हजार मकान बनाए गए हैं, जबकि 16 हजार मकान बनाए जा रहे हैं। हर गरीब को राशन मिलने में परेशानी न हो और कोई उसका हक न मार सके। इसके लिए राशन वितरण व्यवस्था को तकनीक के माध्यम से पारदर्शी बनाया है। अब कोई भी व्यक्ति फर्जी तरीके से राशन प्राप्त नहीं कर सकता। गरीबों का अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढाने का सपना साकार करने के लिए ‘चिराग योजना’ चलाई गई है। सरकारी नौकरियों में गरीब परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक दिये जा रहे हैं। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार ने समाज के हर कमजोर वर्ग की मदद की है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन का दायरा बढाते हुए अब 40 साल से अधिक आयु के विधुर और 45 साल से अधिक आयु के अविवाहित भी 2750 रुपए मासिक पेंशन के पात्र हो गए हैं।
पशुपालन ग्रामीणों की आय का एक प्रमुख साधन
उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि, उद्योग, व्यापार, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि हर क्षेत्र में भी ई-गवर्नेंस के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। जिस प्रकार, परिवार पहचान पत्र के डेटा से विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को घर बैठे ही मिल रहा है, उसी प्रकार, कृषि क्षेत्र में ’मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल बनाकर किसान को लाभ देने वाली अनेक योजनाओं को इससे जोड़ दिया है। फसल बिक्री की राशि, खराबे का मुआवजा, भावांतर भरपाई की राशि, मेरा पानी-मेरी विरासत, धान की सीधे ही बिजाई की प्रोत्साहन राशि आदि इस पोर्टल के माध्यम से सीधे ही किसान के खाते में जमा की जाती है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने बागवानी फसलों को मौसम की मार से बचाने के लिए ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना‘ शुरू की है। पशुपालन ग्रामीणों की आय का एक प्रमुख साधन है। पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज़ पर ’पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना’ शुरू की है। उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था का मूल आधार हैं।
हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद
हमने हरियाणा के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए ईज आफ डूइंग बिजनेस का एक इको-सिस्टम तैयार किया है। हमने प्रमाण पत्र, लाइसेंस और अनुमति देने में अड़चन पैदा करने वाले अनेक नियमों और प्रक्रियाओं को खत्म कर दिया है। आज हरियाणा में निवेशकों को 247 सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं और उन्हें सभी स्वीकृतियां निर्धारित अवधि में देना सुनिश्चित किया गया है। आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। हमने प्रदेश में 20 साल से अधिक समय से किराये या लीज अथवा लाइसेंस फीस पर चल रही पालिकाओं की दुकानों व मकानों की मलकीयत उन पर काबिज व्यक्तियों को देने की व्यवस्था की है।
18 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला
पिछले पौने 9 वर्षों में प्रदेश में 1000 से अधिक बड़े व मध्यम तथा लगभग 2 लाख सूक्ष्म और लघु उद्यम स्थापित किए, जिनमें लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ व 18 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। व्यापारी भाइयों का भी प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। हमने उनके हित में अनेक कदम उठाये हैं। उनके लिए चलाई जा रहा ज्यादातर योजनाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं। प्राकृतिक आपदा में व्यापारियों के जान व माल के नुकसान की भरपाई के लिए ‘मुख्यमंत्री व्यापारी क्षतिपूर्ति बीमा योजना’ और ‘मुख्यमंत्री व्यापारी सामूहिक निजी दुर्घटना बीमा योजना’ शुरू की हैं। ’प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजना‘ के तहत खुदरा विक्रेताओं और दुकानदारों के लिए मासिक पेंशन सुनिश्चित की गई है।
स्वरोजगार के लिए महिलाओं के 56 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन भी किया
विधानसभा उपाध्यक्ष रणवीर गंगवा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने युवाओं की योग्यता का सम्मान किया है। 1 लाख 10 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं।आउटसोर्सिंग सेवाओं में युवाओं को ठेकेदारों के शोषण से बचाने के लिए ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ बनाया है। आज खेल जगत में हरियाणा का बडा नाम है। आज हमारे युवा बड़ी उपलब्धियां प्राप्त कर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। मैडल जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार देने के साथ-साथ सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। अवार्ड पाने वाले खिलाडिय़ों को मासिक मानदेय भी दिया जाता है। हमने गांवों के विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। महिलाओं के लिए आजीविका के अवसर बढाने के लिए एक-तिहाई राशन डिपो महिलाओं को देने का प्रावधान किया है। ‘अटल किसान मजदूर कैंटीन’ व वीटा बिक्री केन्द्रों का संचालन भी महिलाओं को सौंपा गया है। स्वरोजगार के लिए महिलाओं के 56 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन भी किया गया है।
प्रदेश में 76 नए कॉलेज खोले गए
बहन-बेटियों को उच्चतर शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज स्थापित किया है। प्रदेश में 76 नए कॉलेज खोले गए हैं। इनमें आधे से अधिक लड़कियों के हैं। शहरों की सब संपत्तियों की भी प्रापर्टी आई.डी. बना कर सम्पत्तियों की खरीद-बेच में होने वाली धोखाधड़ी को समाप्त किया गया है। साथ ही सम्पत्ति के लिए ‘नो डयूज सर्टिफिकेट‘ को भी ऑनलाइन कर दिया गया है। सरकार ने निर्वाचित प्रतिनिधियों, सरकार और ग्राम निवासियों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए ‘ग्राम दर्शन’पोर्टल शुरू किया है। इस पर ग्रामीण अपनी ग्राम पंचायत से संबंधित मांग, सुझाव व शिकायत दे सकते हैं। सरकार प्रदेश के शहरों और कस्बों में आधारभूत संरचना सुदृढ़ बनाने पर विशेष बल दे रहे हैं। गुरुग्राम, करनाल, फरीदाबाद और पंचकूला को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है।
शहीद स्मारक पर वीरों को श्रद्धांजलि देने हेतु पुष्प अर्पित भी किए
गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला के विकास के लिए मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन किया गया है। हमने पिछले पौने 9 सालों में जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर काम किया है। समारोह में विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने परेड का निरीक्षण किया और गैलेंटरी अवार्डी को सम्मानित भी किया। समारोह में उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया ने विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा को जिला प्रशासन की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत, मेयर अवनीत कौर, एडीसी वीना हुड्ïडा, भाजपा जिला अध्यक्ष अर्चना गुप्ता, जेजेपी जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र दौला, भाजपा नेता हरपाल ढांडा, सीईओ जिला परिषद विवेक चौधरी, एसडीएम वीरेन्द्र कुमार ढुल, सीटीएम राजेश सोनी आदि उपस्थित रहे। विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने इससे पूर्व लघु सचिवालय स्थित शहीद स्मारक पर वीरों को श्रद्धांजलि देने हेतु पुष्प अर्पित भी किए।
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