नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
- नशे के कारोबार से प्रॉपर्टी बनाने वालों को उठाना पड़ सकता है आर्थिक नुकसान : उपायुक्त
- नशे का कारोबार करने वालों पर हो रही कार्रवाई : एसपी
जिला प्रशासन युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए लगातार जागरूक कर रहा है। जो लोग नशे के कारोबार से प्रॉपर्टी बना रहे हैं उन्हें बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। प्रशासन ऐसे कार्य करने वाले नागरिकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाएगा। जिला में इस काम के लिए गठित कमेटी लगातार निगरानी रखे तथा एक्शन मोड में रहे। यह बात उपायुक्त डॉ. जयकृष्ण आभीर ने आज नशा मुक्ति के लिए बनाई गई जिला स्तरीय कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कही। क्षेत्रीय निदेशक स्वापक नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार गृह मंत्रालय की अनुपालना में हुई इस बैठक में पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण भी मौजूद थे।
हमें युवाओं को नशे से बचाना है
उपायुक्त ने कहा कि हमें युवाओं को नशे से बचाना है। इसके लिए सभी विभाग एक साथ मिलकर कार्य करें। डीसी ने कहा कि इस तरह के व्यापार करने वाले नागरिकों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी। इसके साथ साथ हमें युवाओं को जागरूक भी करना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रागनियों के माध्यम से ग्रामीणों को समझाया जाए।
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि अंतरराज्यीय नाकों पर पुलिस की कड़ी निगरानी रहे। डीसी ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में जिला स्तर से लेकर गांव स्तर तक नशा रोकने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। जल्द से जल्द इसकी सूची मुख्यालय भेजी जाए। अगर नशा की खेप पकड़ने के लिए किसी भी प्रकार की मशीनरी की जरूरत हो तो उस संबंध में तुरंत बताया जाए।
नशे की आदत वालों को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराये
उपायुक्त ने बताया कि जिला में डीएडिक्शन सेंटर तथा रिहैबिलिटेशन सेंटर कार्यरत है। जिन युवाओं को नशे की आदत पड़ चुकी है उन्हें बाल भवन में बनाए गए नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया जाए। जरूरत के अनुसार इन केंद्रों के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध करवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूल व कॉलेजों में लगातार कार्यशाला आयोजित करवा कर नशा से दूर रहने की शपथ भी दिलवाएं। सभी स्कूल कॉलेजों में बच्चों के मोबाइल में ई प्लेज एप डाउनलोड करवाएं। इस ऐप के माध्यम से वे नशा न करने की शपथ लें।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि नशे का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ जिला पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। नगराधीश डॉ. मंगलसेन, डीएसपी जेल सरवर सिंह, डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रमणीक यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा तथा नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज रोहतास रंगा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।