जब्त बसों को चालान भुगत कर छुड़ाया जा रहा
50 रुपए की टिकट को लेकर शुरू हुआ था विवाद
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: 50 रुपए की टिकट को लेकर हुए हरियाणा व राजस्थान रोडवेज के बीच शुरू हुआ विवाद खत्म हो गया है। सोमवार को हरियाणा रोडवेज की बसों का राजस्थान में चालान नहीं किया गया। उच्चाधिकारियों के दखल के बाद यह विवाद सुलझा है। वहीं हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने भी दोनों प्रदेशों के रोडवेज विभाग के बीच जारी विवाद को खत्म करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि अब दोनों प्रदेशों के रोडवेज विभाग के बीच किसी भी तरह का विवाद नहीं रहा है। अधिकारियों ने बातचीत कर मुद्दे को सुलझा लिया है। वहीं नारनौल डिपो के मुख्य निरीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि राजस्थान पुलिस ने डिपो की 15 बसों का चालान करने के साथ ही चार बसों को जब्त करने की कार्रवाई की है। जब्त बसों को छोड़ा जा रहा है, लेकिन उन पर काफी अधिक जुर्माना लगाया गया है। चालान भुगतने के बाद जब्त बसों को डिपो में लाया जा रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले हरियाणा की महिला पुलिस कर्मी व राजस्थान रोडवेज के कंडक्टर के बीच 50 रुपए की टिकट को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके जबाव में कार्रवाई करते हुए हरियाणा ट्रैफिक पुलिस ने राजस्थान की 90 बसों के चालान काट दिए थे। यहीं नहीं दिल्ली पुलिस ने भी राजस्थान रोडवेज की बसों के चालान काटने शुरू कर दिए थे। इसके बाद राजस्थान ट्रैफिक पुलिस ने हरियाणा रोडवेज की राजस्थान जाने वाले 87 बसों के चालान काटे। इतना ही नहीं नारनौल डिपो की 4 व दादरी की 1 समेत 6 बसें जब्त भी की गईं। विवाद को बढ़ता देख हरियाणा रोडवेज के ड्राइवरों ने राजस्थान बस लेकर जाने से मना कर दिया था। जिसके बाद दोनों प्रदेशों के उच्चाधिकारियों ने बैठक कर विवाद को सुलझाया।
नारनौल की 15 बसों का काटा चालान
नारनौल डिपो की सबसे अधिक 15 बसों और दादरी की 5 बसों का राजस्थान में चालान किया गया। डिपो जयपुर रूट के साथ कोटा, सीधी चंडीगढ़-जयपुर और राजस्थान के अन्य रूटों पर 15 से अधिक बसों का संचालन करता है। राजस्थान पुलिस ने रविवार को कार्रवाई करते हुए कोटपूतली में ही 3 बसों का चालान किया, जबकि जयपुर में 9 बसों का चालान किया। जयपुर में डिपो की 4 बसों को जब्त किया गया। काठूवास टोल प्लाजा पर रेवाड़ी के साथ दिल्ली जाने वाली 3 बसों के चालान काटे गए। लोकल रूटों पर भी चालान काटे जाने से रोडवेज प्रबंधन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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