आज समाज डिजिटल टीम, मुंबई:
अभिनेता मोहम्मद युसूफ उर्फ दिलीप कुमार महान कलाकार होने के साथ-साथ धर्मस्नेही भी थे। उनके जाने का गम फिल्म जगत के साथ-साथ धर्मक्षेत्र में भी व्याप्त है। उनके बारे में बात करते हुए मोरारी बापू सर्वप्रथम मंत्रों का जाप करते हैं। वे कहते हैं कि आज सुबह जबसे पता लगा कि दिलीप कुमार साहब नहीं रहे तो सब कुछ अटपटा सा लग रहा है। वे बोले दिलीप कुमार उनके लिए आदरणीय और परमस्रेही थे। कई बार उनके निवास पर मुलाकात भी हुई। इस मुलाकात और संबंधों में मुख्य योगदान उनकी पत्नी सायरा बानों का रहा। मोरारी बापू कहते हैं कि दिलीप कुमार साहब में इंसानियत के दर्शन किए। चलचित्र की दुनिया में वे दुनिया के महानतम चरित्र थे। वे अपने काम से अर्से तक याद रहेंगे। बचपन में छात्र और जवानी में अध्यापक रहने के बावजूद कई फिल्मों का अवलोकन किया। एक बार फिर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सायरा बानों की सेवा को भी सलाम किया।