- सिविल अस्पताल व भैंसवाल चोक पर आमजन को साइबर अपराध व इससे बचाव की जानकारी देकर जागरूक किया
Aaj Samaj (आज समाज),Dial Helpline Number 1930 In Case Of Cyber Crime,पानीपत : पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत कपूर के मार्गदर्शन में व एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह के निर्देशानुसार जनसाधारण को साइबर क्राइम से बचाने व जागरूक करने के लिए अक्तूबर माह को साइबर क्राइम जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में जिला पुलिस की टीमें अभियान के तहत प्रतिदिन अलग अलग स्थान पर साइबर अपराध व इससे बचाव के टिप्स देकर लोगों को जागरूक कर रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को थाना साइबर क्राइम व थाना तहसील कैंप की टीम ने सिविल अस्पताल व भैंसवाल चौक पर आमजन को जानकारी देकर जागरूक किया।
फोटो या वीडियो वायरल करने के नाम पर करता है ब्लैकमेल
इस दौरान साइबर विशेषज्ञ पीएसआई अजय ने साइबर अपराधों के बारे जानकारी देते हुए कहा कि साइबर अपराधी अपने शिकार को नौकरी का झांसा, लॉटरी, कार या मकान जीतने का लालच देकर, महिला मित्र बनाने इत्यादी का झांसा देते है। जानकारी के अभाव में शिकार उनके जाल में आसानी से फंस जाता है। उन्होंने कहा कि सेक्सटॉर्शन के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं। साइबर अपराधी मोबाइल से निजी फोटो को चुराकर उसे एडिट करके वायरल करने के नाम पर डराता है। फोटो या वीडियो वायरल करने के नाम पर ब्लैकमेल करता है। इस प्रकार के अपराधियों से बचने के लिए किसी अनजान नंबर के आई कॉल को रिसीव न करें। उनसे किसी भी प्रकार की चैट न करें और किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन न करें। अपने मोबाइल नंबर या जन्म दिनांक को पासवर्ड ना बनाएं।
सबसे ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है
उन्होंने बताया कि स्मार्ट फोन के जरिए ही सबसे ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। कई लोग साइबर ठगी का शिकार होने के बाद पुलिस को शिकायत भी नहीं करते है। ऐसे में साइबर ठगी को लोगों की जागरूकता से ही रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से बचाव का सबसे पहला कार्य जागरूकता व सिक्योरिटी है। लोगों को अपने स्मार्ट फोन में लॉक लगाकर रखना चाहिए। इसमें एक से अधिक पैटर्न और लॉक होने चाहिए। यूपीआई एप और नेट बैंकिंग एप पर सबसे अलग पैटर्न और लॉक होना चाहिए। यह लॉक किसी को नहीं बताना चाहिए अपना ओटीपी और पासवर्ड किसी से शेयर न करे।
साइबर अपराध का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर काल कर दर्ज करवाए शिकायत
तमाम सावधानियों के बावजूद अगर फिर भी आपके साथ ठगी हो जाती है तो तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या साइबर पोर्टल बेवसाइट www.cybercrime.gov.in पर तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करवाएं, इसके अलावा साइबर अपराध थाना या नजदीक पुलिस स्टेशन में स्थापित साइबर हेल्प डेस्क पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है। ताकि समय रहते साइबर फ्रॉड करने वाले अकाउंट को ब्लॉक करवाया जा सके। और पुलिस अपराधी को तुरंत पकड़ सकें।