Diabetes And Bad Cholesterol Seeds, आज समाज: देश में डायबिटीज और बैड कोलेस्ट्रॉल के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन घातक रोगों के कारण टेंशन यानी तनाव के अलावा आज का खराब खानपान, बिगड़ता लाइफस्टाइल और खराब दिनचर्या आदि है। हालांकि आप घरेलू उपाय करें तो इन दोनों जानलेवा बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं या काफी हद तक इन दोनों रोगों को कंट्रोल कर सकते हैं।
डायबिटीज के रोगियों पर पड़ता है इन चीजों का सीधा असर
डायबिटीज मरीजों के शरीर पर पानी से लेकर दिनचर्या और खानपान का सीधा असर पड़ता है। कई बार टेंशन और समस्या बढ़ने से ब्लड शुगर हाई हो जाता है और इसकी वजह से व्यक्ति की आंखों की रोशनी तक चली जाती है।
ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है बैड कोलेस्ट्रॉल
बैड कोलेस्ट्रॉल नसों के अंदरूनी हिस्सों में चिपकर ब्लड सकुर्लेशन को प्रभावित करता है। इसकी वजह से ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप भी डायबिटीज या कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो तुरंत इसका इलाज शुरू कर दें। सबसे बड़ी बात यह है कि इन दोनों रोगों को कंट्रोल करने का सबसे कारगर उपाय अक्सर हर किचन में ही रखा रहता है।
मैथी दानों में होता है खूब फाइबर व आयरन
मैथी के पीले दाने डायबिटीज या कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों पर तुरंत कंट्रोल करते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर से लेकर आयरन मिलता है। ये आसानी से ब्लड शुगर से लेकर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर आपको सेहतमंद बनाए रख सकते हैं।
मैथी दानों का ऐसे करें इस्तेमाल
रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के बीज डाल लें। इसके बाद सुबह उठते ही इस पानी को पी लें और बीजों को चबाकर खा लें। इस उपाय को नियमित रूप से करने पर ब्लड शुगर लेवी कंट्रोल में रहता है। यह इसे स्पाइक होने से रोकता है। यह कोलेस्ट्रॉल मरीजों में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है। इसके अलावा यह नसों में जमा गंदे वसा यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को पिघलाकर बाहर ब्लड प्रेशर को ठीक करता है।
बीज नहीं खा रहे तो बनाएं दानों का पाउडर, यह भी है रामबाण
अगर आप मेथी के बीज नहीं खा पा रहे हैं तो इसके बीज पीसकर पाउडर बना लें और इसे सुबह-शाम एक-एक चम्मच पानी या दूध में डालकर पिएं। नियमित रूप से इसका सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। इसमें मिलने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीआॅक्सिडेंट गुण दर्द व सूजन को कम करते हैं। वहीं यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। यह वजन कम करने के साथ ही हार्ट को भी सही रखता है।
अस्वीकरण: यह आर्टिकल केवल आपकी जानकारी के लिए है। इस पर अमल करने से पहले हमारी सलाह है कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लें।