नई दिल्ली। क्रिकेटरों की नई पीढ़ी दिग्गज खिलाड़ियों को देखकर बड़ी होती है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को तमाम खिलाड़ी अपना आदर्श मानते हैं। कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जो सचिन तेंदुलकर को नहीं, बल्कि अन्य खिलाड़ियों को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं को देखकर बढ़े होते हैं। ऐसे ही एक युवा क्रिकेटर हैं ईशान किशन, जो कि बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल खेलते हैं। ईशान किशन का कहना है कि पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी और द वाल के नाम से प्रख्यात राहुल द्रविड़ ने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन अपनी फील्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं लेकिन ईशान किशन इसका श्रेय वे अपने कोच और क्रिकेट के महान खिलाड़ियों को देते हैं, जिनसे उन्होंने काफी कुछ सीखा है। ईशान किशन की जिंदगी में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का काफी योगदान है। भले ही ईशान किशन और धोनी साथ नहीं खेले हों, लेकिन ईशान किशन ने धोनी से काफी कुछ सीखा है।
दरअसल, ईशान किशन ने क्रिकबज के खास शो में बताया कि यदि मुझसे पूछा जाए कि मेरे जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करने वाले एक क्रिकेटर का नाम बताइए तो मैं एमएस धोनी का नाम लूंगा। उन्होंने खुद को जिस तरह तराशा है, वह हमेशा एक बड़ी प्रेरणा रही है, लेकिन जब बात टेक्नीक और मेरे खेल की हो, उसमें भी उन्होंने मेरी बहुत मदद की है। ईशान किशन ने ये भी कहा है कि धोनी से उन्होंने काफी बातें सीखी हैं।
ईशान किशन अपनी बात को जारी रखते हुए बताते हैं, एमएस धौनी ने मुझे विकेटकीपिंग में कुछ आधुनिक ड्रिल्स के बारे में सिखाया है। इतना ही नहीं, एक समय ऐसा था जब रणजी ट्रॉफी लेवल पर मैं अच्छे स्टार्ट का लाभ नहीं उठा पाता था और बड़ा स्कोर नहीं कर पाता था। तब धोनी ने मुझे अपने पास बुलाया और बताया कि जब मैं मल्टी डेज मैच (चार या पांच दिवसीय) खेल रहा हूं, तब मुझे यह पता होना चाहिए कि कब मुझे अटैक करना है, कब रुक कर खेलना है और कब फिर से अटैक करना है। उनकी सलाह के बाद मैंने उस सेशन में 800 से अधिक रन बनाए।
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के जीवन में महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का भी बहुत प्रभाव रहा है। किशन बताते हैं, मुझे राहुल सर के साथ काम करना बहुत अच्छा लगता है। वे ऐसे व्यक्ति हैं जो आमतौर पर गंभीर रहते हैं, लेकिन कभी-कभी बिल्कुल सही समय पर, वह कोई ऐसी बात बोल जाते हैं कि पूरा ड्रेसिंग रूम ठहाकों से गूंज उठता है। उनकी एक बात मुझे सबसे अच्छी लगती है, वे कभी भी, किसी भी तरह से आपकी टेक्नीक बदलने की कोशिश नहीं करते। वे आपकी तकनीक की तारीफ करते हैं, क्योंकि यही है जो आपको सबसे अलग बनाती है। वे आपको एक स्थिति को समझने और रणनीतिक दृष्टिकोण से अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए गाइड करते हैं।
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