संजीव कौशिक, रोहतक:
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने कच्चे कर्मचारियों को ठेके के अधीन सरकारी विभागों में ठेकेदारों के शोषण किए जाने की निंदा की है। सरकार से मांग की गई है कि कौशल विकास रोजगार निगम को पूर्ण रूप से बंद करके कर्मचारियों को सरकारी विभाग में स्थाई नौकरी पर रखा जाए।
न दे रहे नौकरी, न वेतन
सरकार की ओर से एक अप्रैल 2022 से कोविड-19 में 2 साल तक लगातार कार्य करने वाले कर्मचारियों को कोरोना के बहाने से नौकरी से हटा दिया है। स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के संज्ञान में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा पहले भी ला चुका है। सरकार की ओर से नौकरी का आश्वासन देने के बाद भी आज तक कर्मचारियों को नौकरी पर नहीं लिया गया एवं पीछे का बकाया वेतन तक अदा नहीं किया गया।
इसी आधार पर वर्षों से कार्यरत ठेकेदार के अधीन स्वास्थ्य विभाग में ठेके के आधार पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को लंबे समय से नौकरी से निकाला गया है। अब ना तो नौकरी पर लिया जा रहा और ना ही उन कर्मचारियों का समय पर वेतन दिया जा रहा है जो कर्मचारी कार्यरत हैं।
नौकरी मिलने तक चलेगा आंदोलन
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने 8 मई को राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग में निर्णय लिया सरकार कर्मचारियों को जब तक नौकरी पर नहीं लेती आंदोलन जारी रहेगा आज इसी कड़ी में सीएमओ कार्यालय में ज्ञापन देकर कर्मचारियों ने अपने मांग मुद्दों को सरकार के आला अधिकारियों को अवगत कराया वहीं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा 28 मई 2022 को जिला मुख्यालय पर दिए जाने वाले धरने में स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी पुर्ण रुप से भागीदारी करेगा।
ये लोग रहे मौजूद
इसमें सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला कमेटी के सचिव जयकुॅवार दहिया, कोषाध्यक्ष जोगिंदर दलाल ,सह सचिव प्रेम गिर गया स्वास्थ्य के राज्य के नेता प्रदीप पांचाल, अजय, अंकित, देवेंद्र, गौरव, सुमित, प्रवीण, राजेश, सुरेश, फूल सिंह और अनिल मौजूद रहे।
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